
वजन घटाने के लिए वॉक को सबसे असरदार एक्सरसाइज माना जाता है। रोजाना 30 मिनट की तेज स्पीड में की गई वॉक से न सिर्फ वजन कम होता है बल्कि इससे हार्ट भी हेल्दी रहता है। वॉक सेहत के लिए दवा का काम करती है। इससे डायबिटीज, हार्ट, ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या दूर होती है। वॉक के अलग-अलग कई तरीके इन दिनों फेमस हो रहे हैं। जिसमें जॉगिंग, रिवर्स वॉकिंग और अब जापानी वॉक भी चर्चाओं में है। फिटनेस एक्सपर्ट्स जापानी वॉक को काफी असरदार मान रहे हैं। जिससे तेजी से वजन कम होता है। इससे आपकी हड्डियों और मसल्स पर भी जोर नहीं पड़ता है। जानिए क्या है जापानी वॉक और इसे कैसे करते हैं?
क्या है जापानी वॉक?
जापानी वॉक को इंटरवल वॉकिंग (Japanese interval walking) भी कहा जाता है। इसमें इंटरवल वॉकिंग ट्रेनिंग (IWT) को अपनाया जाता है। इस वॉक का स्टाइल खासतौर से जापान के लोगों ने विकसित किया है। जापानी वॉक में तेज और धीमी चाल से आपको चलना होता है। आपको बारी-बारी से ऐसे वॉक करनी है जिसमें 3 मिनट तेज चलना या रनिंग करनी है फिर 3 मिनट नॉर्मल चलना है। इस तरह आपको प्रतिदिन 30 मिनट के लिए वॉक करनी है। इस वॉक में बीच में इंटरवल होता है इसलिए इसे इंटरवल वॉकिंग भी कहा जाता है।
जापानी वॉक के फायदे
पहला- जापानी वॉक को लोग 10 हजार कदम चलने से कहीं ज्यादा असरदार मान रहे हैं। एक्सपर्ट की मानें तो इंटरवल वॉकिंग सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है। इससे पैरों और हड्डियों पर दबाव नहीं पड़ता। किसी भी उम्र के लोग इसे रोज 30 मिनट तक करें। जापानी वॉक से ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। इस तरह वॉक करने से मूड में सुधार आता है।
दूसरा- जापानी वॉक इम्यूनिटी को बढ़ाने और नींद को बेहतर बनाने में असरदार है। कई रिसर्च में ये सामने आया है कि इस टेक्निक से की गई वॉक दिल की सेहत के लिए अच्छी है। इससे आपकी ओवरऑल फिटनेस में सुधार आता है। जापानी वॉक की शुरुआत में 3-5 मिनट तक नॉर्मल चलें फिर धीरे और तेज गति से चलते रहें। 5 मिनट के कूल डाउन के साथ वॉक को खत्म करें।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)