Friday, April 19, 2024
Advertisement

सिर का आकार छोटा होने के लिए जीका वायरस जिम्मेदार नहीं

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यहां कहा कि राजस्थान में जीका वायरस जनित रोग का संबंध सिर का विकास सामान्य से कम होने यानी माइक्रोसेफाली से नहीं पाया गया है।

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Published on: November 05, 2018 11:59 IST
health and benefits- India TV Hindi
health and benefits

हेल्थ डेस्क: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यहां कहा कि राजस्थान में जीका वायरस जनित रोग का संबंध सिर का विकास सामान्य से कम होने यानी माइक्रोसेफाली से नहीं पाया गया है। माइक्रोसेफाली जन्मजात विकृति है, जिसमें बच्चों के सिर का विकास सामान्य से कम होता है यानी सिर का आकार काफी छोटा होता है। 

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "जीका वायरस जनित रोग के एडवांस्ड मॉलिक्यूलर स्टडीज में बताया गया है कि राजस्थान में वर्तमान में जीका वायरस से प्रभावित मरीजों में माइक्रोसेफाली और एडीज मच्छर में पाए जाने वाले जीका वायरस का संबंध नहीं है।"

मंत्रालय ने कहा कि इंडियन कॉउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने जयपुर में इसके प्रकोप के अलग-अलग समय पर जीका वायरस के पांच नमूनों से नतीजा निकाला। जयपुर में जीका वायरस के प्रकोप में 135 लोग प्रभावित हुए हैं। 

हालांकि सरकार जीका वायरस से गर्भवती महिलाओं पर होने वाले खतरों की संभावना की निगरानी कर रही है, क्योंकि यह रोग भविष्य में अलग रूप ले सकता है या कुछ अन्य अज्ञात कारक माइक्रोसेफाली में भूमिका निभा सकता है और अन्य जन्मजात विकृति हो सकती है। 

मंत्रालय ने कहा कि रोजाना आधार पर हालात की समीक्षा की जा रही है। जीका वायरस के लिए करीब 2,000 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 159 पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है।

Latest Lifestyle News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Health News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement