Saturday, June 14, 2025
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उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास बेगम बाग इलाके में बुलडोजर एक्शन, कई अवैध बिल्डिंग जमींदोज

उज्जैन में अवैध इमारतों पर बुलडोजर एक्शन जारी है। आईपीएस राहुल देशमुख ने बताया कि इस कार्रवाई को लेकर 250 से अधिक पुलिस जवान व अधिकारी तैनात है।

Edited By: Mangal Yadav @MangalyYadav
Published : Jun 11, 2025 11:35 IST, Updated : Jun 11, 2025 13:49 IST
बेगम बाग इलाके में बुलडोजर एक्शन
Image Source : INDIA TV बेगम बाग इलाके में बुलडोजर एक्शन

उज्जैनः उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के पास बेगमबाग क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ पुलिस प्रशासन की एक बार फिर बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। दरअसल यहां हरि फाटक ब्रिज के पास महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग पर स्थित 7 अवैध बिल्डिंग को जमींदोज किया जा रहा है। सुबह से शुरू हुई कार्रवाई में किसी प्रकार का कोई विरोध प्रदर्शन देखने को नहीं मिला। 

मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद

दरअसल यहां 19 दिन पहले भी इसी प्रकार 5 बिल्डिंग को जमीदोंज किया गया था, तब जरूर विरोध हुआ था। आज कार्रवाई शांतिपूर्ण चल रही है। यहां 250 से अधिक पुलिस अधिकारी और जवान तैनात किए गए हैं। जिनमें आईपीएस, एडिशनल एसपी, सीएसपी, टीआई व जवान मौजूद हैं। वहीं करीब 250 को संख्या में प्रशासन का भी अमला भी मौजूद है। जिसमें विकास प्राधिकरण सीईओ, एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, निगमकर्मी शामिल है।

जिस जगह बुलडोजर एक्शन हो रहा है वह मुस्लिम बाहुल्य होने के कारण अति संवेदनशील क्षेत्र माना गया है। दोनों और से रास्ता पूरी तरह बन्द कर दिया गया है। महाकाल मन्दिर जाने के लिए मार्ग परिवर्तित किए गए है।

क्या है पूरा मामला

उज्जैन विकास प्राधिकरण ने वर्ष 1985 में बेगम बाग क्षेत्र में करीब 30 भूखंड आवासीय तौर पर 30 साल की लीज पर दिए थे। भूखंड धारकों ने इन भूखंडों का उपयोग आवासीय तौर पर करने की बजाय पूरी तरह व्यावसायिक तौर पर कर लिया। जो कि नियम विरुद्ध था। इसके साथ ही वर्ष 2014-15 में लीज भी समाप्त हो गई। जिसे नवीनीकरण भी नहीं कराया गया। भूखंडों को लेकर उज्जैन विकास प्राधिकरण ने लगातार नोटिस दिए। वर्ष 2023-24 में उज्जैन विकास प्राधिकरण ने भूखंड धारकों की लीज समाप्त कर दी। जिसको लेकर भूखंड धारक न्यायालय पहुंचे जहां उन्हें स्टे मिल गया। इन भूखंडों का अलग-अलग न्यायालय में मामला विचाराधीन है। कई भूखंडों से न्यायालय का स्टे हट चुका है। 

53 अन्य बिल्डिंग पर भी चलेगा बुलडोजर

इसके बाद 19 दिन पहले यहां 5 बिल्डिंगों को गिराया गया था। अब 7 बिल्डिंगों को जमींदोज किया जा रहा है। खास बात यह है कि उज्जैन विकास प्राधिकरण ने यहां 30 भूखंड आवंटित किए थे। जिनमें प्रत्येक की साइज करीब 2400 स्क्वेयर फीट थी।भूखंड धारकों ने इनके अलग-अलग टुकड़े कर करीब 65 बिल्डिंग बना ली। 65 में से 12 बिल्डिंग को जमीदोंज किया गया है। शेष 53 को भी कानूनी प्रक्रिया के तहत तोड़ा जाएगा।

4 भूखंडों के 7 पार्ट कर बिल्डिंग बनाई गई

आज जिन 7 बिल्डिंग को जमीदोंज किया जा रहा है उनकी विस्तृत जानकारी यह है कि यहां 4 भूखंडों के 7 पार्ट कर बिल्डिंग बनाई गई है। गुलनाज खान ने अपने नाम भूखण्ड क्रमांक 20 के दो पार्ट किए जिसमे दुकानें बना दी। मोहम्मद शाहिद ने अपने भूखण्ड क्रमांक 30 के दो पार्ट किए और व्यावसायिक उपयोग शुरू कर दिया जिसमे होटल बना दी। कनीज खान ने अपने भूखण्ड क्रमांक 59 का भी पूरी तरह व्यावसायिक उपयोग कर लिया। जुबैदा खान ने अपने भूखंड क्रमांक 64 के दो पार्ट कर दुकानें बना दी।

विकास प्राधिकरण ने दिया था नोटिस

आज की कार्रवाई के करीब 8 दिन पहले इन 7 अवैध बिल्डिंग धारकों को विकास प्राधिकरण की ओर से नोटिस दिया गया था जिनकी समय सीमा कल समाप्त हो गई। सभी लोगों से बातचीत की गई और उन्हें न्यायालय प्रक्रिया के बारे में समझाया गया। इसके बाद लोगों ने स्वतः अपनी बिल्डिंग खाली करना शुरू कर दी। इसलिए यह कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है।

कोर्ट के आदेश पर हो रही है कार्रवाई

उज्जैन विकास प्राधिकरण सीईओ संदीप कुमार सोनी ने बताया कि माननीय न्यायालय से स्टे खारिज होने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है । भूखंड धारकों को भूखंड आवासीय तौर पर दिए गए थे जिसे उन्होंने व्यावसायिक उपयोग किया। इसके अलावा लीज समाप्त होने के बाद लीज नवीनीकरण भी नहीं हो सका है। इसलिए यह कार्रवाई की गई।

रिपोर्ट- प्रेम डोडिया, उज्जैन

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