स्कोडा ऑटो इंडिया एक बार फिर से अपनी प्रीमियम सेडान ऑक्टेविया की भारत में वापसी करने जा रही है। प्रीमियम सेडान ऑक्टेविया आगामी 6 अक्टूबर को लॉन्च होगी और इसकी पहली डिलीवरी 6 नवंबर से शुरू हो जाएगी। स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड डायरेक्टर, आशीष गुप्ता ने कहा कि कंपनी GSR 870 नियम के तहत चेक गणराज्य में बनी Octavia RS को भारत में लाएगी। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, इस नियम के तहत एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 2,500 गाड़ियों का आयात किया जा सकता है और इसके लिए यूके या जापान की होमोलॉगेशन आवश्यक होती है। कंपनी ने 2025 के लिए केवल 100 यूनिट्स का कोटा निर्धारित किया है, जो इसे भारत में एक बेहद एक्सक्लूसिव पेशकश बनाता है।
फिलहाल यह कार आयात के जरिए बिकेगी कार
कंपनी का कहना है कि फिलहाल यह कार आयात के जरिए बेची जाएगी, लेकिन भविष्य में स्थानीय असेम्बली की संभावनाओं पर भी विचार किया जाएगा। 2026 के लिए आयात योजनाओं का खुलासा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि Octavia RS एक ऐसा सेगमेंट भरने जा रही है, जो फिलहाल भारत की सेडान मार्केट में अनुपस्थित है। Octavia की शुरुआत भारत में 2004 में हुई थी और 2023 तक इसका चौथी पीढ़ी का वर्जन लोकली असेंबल होता रहा, लेकिन BS6-II एमिशन नॉर्म्स लागू होने के बाद इसे बंद कर दिया गया। अभी भी भारत की सड़कों पर लगभग 1 लाख Octavia कारें चल रही हैं।
कीमत महंगी रह सकती है
प्रीमियम सेडान ऑक्टेविया की भारत में कीमत की घोषणा अभी नहीं की गई है, लेकिन यह निश्चित रूप से अधिक होगी क्योंकि यह CBU रूट से आ रही है। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, एक उदाहरण से अगर अंदाजा लगाना हो तो ऐसे लगा सकते हैं कि ब्रिटेन में इसकी कीमत £39,965 (करीब ₹47.7 लाख) है। ऑक्टेविया RS की यह वापसी ऐसे समय में हो रही है जब स्कोडा भारत में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज कर रही है। जनवरी से अगस्त 2025 के बीच स्कोडा की कुल बिक्री में लगभग 135% की भारी वृद्धि हुई है।
टियर-2 और टियर-3 शहरों पर फोकस
अपनी पहुंच और नेटवर्क को मजबूत करने के लिए स्कोडा छोटे शहरों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पिछले तीन महीनों में 75% नए विस्तार टियर-3 शहरों में हुए हैं। 70% नए वर्कशॉप्स टियर-2 और टियर-3 शहरों में खोले गए हैं। 65% नए शोरूम्स भी इन्हीं शहरों में खुले हैं।
स्कोडा ने हाल ही में ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) में एक नई डीलरशिप खोली है। वर्तमान में, कंपनी के पास 177 शहरों में 312 टचपॉइंट्स हैं, और यह संख्या 2025 के अंत तक बढ़कर 350 तक पहुंचने की उम्मीद है। यह वापसी न केवल स्कोडा के पोर्टफोलियो को मजबूत करेगी, बल्कि भारतीय कार प्रेमियों को एक उच्च-प्रदर्शन विकल्प भी देगी।






































