नई दिल्ली। निवेश के लिहाज से गोल्ड ईटीएफ की चमक लगातार फीकी पड़ती दिखाई पड़ रही है। म्यूचुअल फंड्स की संस्था एम्फी के ताजा आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 के पहले साल महीनों (अप्रैल से अक्टूबर) में निवेशकों ने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) 420 करोड़ रुपए की निकासी की है। पिछले चार वित्त वर्षों से गोल्ड ईटीएफ को निवेशकों से ठंडी प्रतिक्रिया मिल रही है। निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से वित्त वर्ष 2016-17 में 775 करोड़, 2015-16 में 903 करोड़, 2014-15 में 1,475 करोड़ और 2013-14 में 2,293 करोड़ रुपए की निकासी की है।
वहीं दूसरी ओर, इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी बचत योजनाओं (ईएलएसएस) में इस वित्त वर्ष के पहले सात महीनों (अप्रैल-अक्टूबर) में 96,000 करोड़ रुपए से अधिक का नया निवेश किया गया है। इसमें पिछले महीने अकेले करीब 17,000 करोड़ का निवेश भी शामिल है। कोटक म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो प्रबंधक अंशुल सहगल का कहना है कि शेयर बाजार द्वारा अच्छा रिटर्न देने के कारण निवेशक गोल्ड ईटीएफ और अन्य निवेश वर्ग की जगह इक्विटी में निवेश करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान 14 गोल्ड-लिंक्ड ईटीएफ से कुल 422 करोड़ रुपए निकाले गए हैं। इसकी तुलना में पिछले साल इसी अवधि में कुल 519 करोड़ रुपए निकाले गए थे। इस निकासी के बाद गोल्ड फंड्स के तहत प्रबंधन अधीन संपत्ति भी घटकर 5017 करोड़ रुपए रह गई है, जो मार्च अंत में 5480 करोड़ रुपए थी। इस साल अप्रैल में गोल्ड ईटीएफ से 66 करोड़, मई में 71 करोड़, जून में 81 करोड़, जुलाई में 38 करोड़, अगस्त में 58 करोड़, सितंबर में 74 करोड़ और अक्टूबर में 34 करोड़ रुपए निकाले गए हैं।



































