Thursday, March 28, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. कुछ और क्षेत्रों के लिए सरल हो सकती है FDI पॉलिसी, बेहतर कारोबारी माहौल बनाना है लक्ष्‍य

कुछ और क्षेत्रों के लिए सरल हो सकती है FDI पॉलिसी, बेहतर कारोबारी माहौल बनाना है लक्ष्‍य

सिंगल ब्रांड रिटेल समेत सरकार कुछ क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की नीति में रियायतों की घोषणा कर सकती है।

Manish Mishra Manish Mishra
Published on: March 02, 2017 13:59 IST
कुछ और क्षेत्रों के लिए सरल हो सकती है FDI पॉलिसी, बेहतर कारोबारी माहौल बनाना है लक्ष्‍य- India TV Paisa
कुछ और क्षेत्रों के लिए सरल हो सकती है FDI पॉलिसी, बेहतर कारोबारी माहौल बनाना है लक्ष्‍य

नई दिल्ली सिंगल ब्रांड रिटेल समेत सरकार कुछ क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की नीति में रियायतों की घोषणा कर सकती है। एक अधिकारी ने बताया कि FDI नीति को और सरल बनाए जाने का लक्ष्य रुकावटों को हटाकर बेहतर कारोबारी माहौल उपलब्ध कराना है।

यह भी पढ़ें : 1 अप्रैल से अपना ही पैसा निकालने पर SBI वसूलेगा हर ट्रांजेक्शन पर 50 रुपए, जानिए और क्या हुआ बदलाव

बजट भाषण के अनुरूप ही सरल होंगे FDI के नियम

  • नीति को आसान बनाने का यह कार्य वित्त मंत्री अरूण जेटली के बजट 2017-18 के भाषण के अनुरूप ही होगा।
  • पिछले साल दर्जन भर से ज्यादा क्षेत्रों में FDI नियमों में ढील दी गई थी जिनमें रक्षा, नागर विमानन, निर्माण एवं विकास, निजी सुरक्षा एजेंसियां, रियल एस्टेट और खबर प्रसारक शामिल हैं।
  • केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने हाल ही में कहा था कि सरकार नीति के तहत विदेशी खुदरा विक्रेताओं की गैर-खाद्य सामग्री और घरेलू देखभाल उत्पादों से जुड़ी मांगों पर विचार करेगी।

यह भी पढ़ें : कर्ज लेने से पहले ऐसे पता करें अपना क्रेडिट स्‍कोर, नहीं देने होंगे एक भी पैसे

  • सरकार प्रिंट मीडिया में एफडीआई की सीमा को 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर भी विचार कर रही है।
  • इसके अलावा सिंगल ब्रांड रिटेल में स्वत: अनुमति रास्ते से 100 प्रतिशत एफडीआई लाने के प्रस्ताव पर भी विचार चल रहा है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement