
Patanjali dunks Horlicks, become second biggest brand in milk biscuit segment
नई दिल्ली। भारत में 1930 में लॉन्च होने के बाद से हॉर्लिक्स माल्ट-बेस्ड बेवरेज सेगमेंट में अपनी प्रतिद्वंदियों बॉर्नवीटा और कॉमप्लेन से बढ़त बना कर रखी है। इसके पास कुल 43 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है। हॉर्लिक्स अब एचयूएल का ब्रांड है। इस साल की शुरुआत में एचयूएल ने जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर का अधिग्रहण कर लिया था। हॉर्लिक्स ने दूध बिस्किट सेगमेंट में भी अपनी मजबूत स्थिति बनाई थी। वित्त वर्ष 2017-18 में हॉर्लिक्स बिस्किट की बाजार हिस्सेदारी 14.3 प्रतिशत थी और मिल्क बिस्किट श्रेणी में यह दूसरा सबसे बड़ा ब्रांड था। इस वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री 207 करोड़ रुपए थी।
फोर्ब्स इंडिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इसी दौरान पतंजलि की बाजार हिस्सेदारी 6.7 प्रतिशत थी और उसने 97 करोड़ रुपए के बिस्किट बेचे थे। वित्त वर्ष 2017-18 में मिल्क बिस्किट का बाजार 1450 करोड़ रुपए का था और ब्रिटानिया का मिल्क बिकीज 50 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर था।
वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान एक चीज तो जस की तस रही लेकिन तीन चीजों में बड़ा बदलाव आया। पहले हम बात करते हैं उसकी जिसमें कोई बदलाव नहीं आया। ब्रिटानिया का मिल्क बिकीज अभी भी मार्केट लीडर है, हालांकि उसकी बाजार हिस्सेदारी मामूली घटकर 48.9 प्रतिशत रह गई। अब हम बात करते हैं बदली हुई चीजों की। मिक्ल बिस्किट का बाजार इस दौरान बढ़कर 1800 करोड़ रुपए का हो गया। दूसरा हॉर्लिक्स बिस्किट की बिक्री घट गई और इसकी बाजार हिस्सेदारी घटकर 11.5 प्रतिशत पर आ गई। पतंजलि दूध अब 13.6 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरा सबसे बड़ा मिल्क बिस्किट ब्रांड बन गया।
नील्सन डाटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 में पंतजलि दूध ने 249 करोड़ रुपए की बिक्री की। इन तीन सालों में पतंजलि दूध अधिक बड़ा, मजबूत और तेजी से आगे बढ़ने वाला ब्रांड बन गया है। पतंजलि दूध बिस्किट ने तीन चीजों पर अपना ध्यान केंद्रित किया, जिसकी वजह से उसे यह सफलता मिली है। पहला और सबसे महत्वपूर्ण पतंजलि ने गाय दूध का इस्तेमाल किया। दूसरा लोगों को बताया कि बिस्किट को 100 प्रतिशत गेहूं से बनाया गया है और तीसरा पैकेट पर कंपनी ने यह दावा छापा कि इसमें कोई कोलेस्ट्रॉल या ट्रांसफैट नहीं है।
पतंजलि का बिस्किट कारोबार वित्त वर्ष 2017-18 में 284 करोड़ रुपए का था, जो वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 442 करोड़ रुपए हो गया। पतंजलि ने घी, शहद, टूथपेस्ट, च्वनप्राश और बिस्किट श्रेणी में अपनी उपस्थिति को मजबूत बनाया है।