
Power consumption in June
नई दिल्ली। देश में कोविड-19 महामारी के चलते लागू लॉकडाउन से मांग में कमी की वजह से बिजली की खपत पर पिछले साल के मुकाबले लगातार कमी देखने को मिल रही है। जून के महीने में बिजली की कुल खपत 9.74 प्रतिशत घटकर 106.48 अरब यूनिट रह गई। पिछले साल की इसी अवधि में बिजली की खपत 117.98 अरब यूनिट थी। लॉक़डाउन के बाद से लगातार बिजली की मांग में पिछले साल के मुकाबले गिरावट बनी हुई है। हालांकि खपत में इस अवधि के दौरान सुधार भी देखने को मिल रहा है।
बिजली की मांग में गिरावट का सिलसिला जून में अप्रैल और मई के कुछ कम हुआ है, मई के महीने में बिजली की खपत पिछले साल के मुकाबले 14.86 प्रतिशत और अप्रैल में 23.21 प्रतिशत घटी थी। बिजली मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक सरकार द्वारा लॉकडाउन में राहत देने और देश में गर्मी का प्रकोप बढ़ने के बाद बिजली की खपत में सुधार हुआ है। कोविड-19 महामारी के कारण लागू प्रतिबंधों के चलते इस साल अप्रैल, मई और जून में वाणिज्यिक तथा औद्योगिक गतिविधियां सुस्त रहीं, जिसके कारण बिजली की खपत में कमी हुई। बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार इस साल जून में बिजली की कुल खपत 106.48 अरब यूनिट थी, जबकि पिछले साल इसी महीने में खपत 117.98 अरब यूनिट थी। मई में बिजली की खपत 102.18 अरब यूनिट थी। आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल में बिजली की खपत 23.21 प्रतिशत घटकर 84.55 अरब यूनिट रह गई थी।
विशेषज्ञ ने उम्मीद जता रहे हं कि अगस्त तक बिजली की खपत या मांग सामान्य स्तर पर आ जाएगी। क्योंकि सरकार लॉकडाउन में लगातार छूट दे रही है और साथ ही आर्थिक गतिविधियों में लगातार बढ़त भी देखने को मिल रही है, जिसका असर बिजली की खपत पर देखने को मिलेगा।