शुक्रवार को पावर मैक प्रोजेक्ट्स के शेयरों में 1.94 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली। गुरुवार को 2779.10 रुपये के भाव पर बंद हुए कंपनी के शेयर आज बड़े उछाल के साथ 2841.95 रुपये के भाव पर खुले थे। बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 8956.90 करोड़ रुपये है।
कंपनी ने कहा कि ये सुविधाएं ग्रुप के खुद के इस्तेमाल के तहत संचालित होंगी, जिसमें इंजीनियरिंग, खरीद, निर्माण, परिचालन और रखरखाव के लिए एक स्पेशल यूनिट (एसपीवी) का गठन किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में हुंडई मोटर इंडिया की 26 प्रतिशत और FPEL की 74 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी होगी।
देश में बिजली की कुल स्थापित उत्पादन क्षमता में रिन्युएबल ऊर्जा की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत पर पहुंच गई है। देश की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 452.69 गीगावॉट तक पहुंच गई है। इसमें नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी 46.3 प्रतिशत से अधिक है।
अडाणी पावर ने बांग्लादेश के ऊर्जा सचिव को एक चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया था कि बांग्लादेश बिजली विकास बोर्ड (PDB) से 30 अक्टूबर तक बकाया राशि का भुगतान करने को कहा जाए।
बुधवार को दोपहर 02.34 बजे एनटीपीसी के शेयर 3.70 रुपये (0.90%) की गिरावट के साथ 408.55 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे। मंगलवार को 412.25 रुपये के भाव पर बंद हुए कंपनी के शेयर आज बढ़त के साथ 415.85 रुपये के भाव पर खुले थे, जो इसका आज का इंट्राडे हाई भी है।
रिलायंस एंटरप्राइजेज अगले दो वर्षों में दो चरणों में 500 मेगावाट का सौर संयंत्र स्थापित करेगी। यह संयंत्र भूटान के गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी में स्थापित किया जाएगा।
पिछले हफ्ते शुक्रवार को कंपनी के शेयर 46.35 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। सोमवार, 30 सितंबर को रिलायंस पावर के शेयर गिरावट के साथ 46.25 रुपये के भाव पर खुले थे।
रोजा पावर अगली तिमाही में बाकी के बचे सारे कर्ज का भुगतान कर कर्ज मुक्त होना चाहती है और चालू वित्त वर्ष के अंत से पहले इस प्रक्रिया को पूरा करने के लक्ष्य पर काम कर रही है।
बिजली की अधिकतम मांग पहले ही मई में 250 गीगावाट के लेवल पर पहुंच चुकी है। पिछले दो सालों में कुछ राज्यों में बिजली की मांग जिस तरह से बढ़ी है, उससे यह मांग 2031-32 तक 384 गीगावाट तक पहुंच जाएगी।
ही में विद्युत मंत्रालय द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया है कि इन सेवाओं (ऊपर उल्लिखित) को प्रदान करने में किसी भी तरह की देरी से वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं को मुआवजा दिया जाएगा।
केंद्र सरकार ने गर्मी में गैस आधारित सभी बिजली उत्पादन कंपनियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि बिजली की कटौती न करनी पड़े।
जोशी ने कहा कि कोयला आयात में कमी से सिर्फ एक साल में 82,264 करोड़ रुपये की बचत हुई है। सरकार का लक्ष्य 2026 तक कोयले का आयात ‘शून्य’ करने का भी है।
उपभोक्ता चाहें तो अब अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को चार्ज करने के लिए अलग से बिजली कनेक्शन ले सकते हैं। साथ ही 10 किलोवाट तक की सोलर सिस्टम के लिए टेक्निकल फिजिबिलिटी स्टडी (तकनीकी व्यवहार्यता अध्ययन) की जरूरत नहीं होगी।
विशेषज्ञों ने कहा कि जनवरी में बिजली की खपत के साथ-साथ मांग में भी सुधार हुआ क्योंकि इस महीने विशेषरूप से उत्तर भारत में पारा तेजी से गिरा। शीत लहर के कारण हीटर, ब्लोअर और गीजर जैसे गर्मी प्रदान करने वाले उपकरणों का इस्तेमाल बढ़ गया, जिससे कुल बिजली की मांग बढ़ गई।
फोर्ब्स की इस लिस्ट का बेस- पैसा, मीडिया, प्रभाव और प्रभाव का क्षेत्र है। इसी आधार पर यह सालाना लिस्ट जारी की गई है। लिस्ट में शामिल चारों भारतीय महिलाएं अपने-अपने क्षेत्र में काफी क्षमतावान हैं।
Power Minister RK Singh: भारतीय बिजली सेक्टर तेजी से ग्रो कर रहा है। केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने इसके बारे में जानकारी दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बेमौसम बारिश ने मांग को प्रभावित किया और गर्मियों के दौरान तापमान घटने से ठंडक प्रदान करने वाले एयर कंडीशनर (एसी) जैसे उपकरणों का इस्तेमाल कम हुआ।
उभरती प्रौद्योगिकियों की पहचान कर और उन्हें कार्यान्वयन के स्तर पर ले जाकर माहिर मिशन उन्हें भविष्य के आर्थिक विकास के लिए मुख्य ईंधन के रूप में उपयोग करना चाहता है
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने वोट हासिल करने के लिए मुफ्त बिजली देने की परंपरा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सेक्टर को कमजोर करता है और इससे बिजली आपूर्ति प्रभावित होती है।
पिछले साल तक डिस्कॉम पर जेनको का बकाया मुख्य रूप से क्षेत्र की पूरी मूल्य श्रृंखला को प्रभावित कर रहा था।
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