नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के आरबीएल बैंक (RBL Bank) और डीसीबी बैंक (DCB Bank) को वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में अच्छा मुनाफा हुआ है। आरबीएल बैंक का बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) का शुद्ध मुनाफा 39 प्रतिशत बढ़कर 247.2 करोड़ रुपए हो गया। बैंक को वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में 178.10 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। इसी प्रकार, डीसीबी बैंक का चौथी तिमाही में मुनाफा 50 प्रतिशत बढ़कर 96.3 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 64.2 करोड़ रुपए था।
आरबीएल का शुद्ध एनपीए घटा
आरबीएल बैंक ने बताया कि 31 मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही में उसकी कुल आमदनी 41 प्रतिशत बढ़कर 1,148 करोड़ रुपए की रही, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 812.40 करोड़ रुपए थी। आलोच्य तिमाही में बैंक को ब्याज से होने वाली शुद्ध आय 48 प्रतिशत बढ़कर 738.70 करोड़ रुपए हो गई। इससे एक साल पहले की इसी अवधि में यह आंकड़ा 500.50 करोड़ रुपए था।
वहीं पूरे वित्त वर्ष 2018-19 में बैंक का कुल मुनाफा 37 प्रतिशत बढ़कर 867 करोड़ रुपए हो गया। चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध एनपीए तिमाही दर तिमाही आधार पर 0.78 प्रतिशत से घटकर 0.69 प्रतिशत रह गया।
प्रोविजनिंग कम होने से डीसीबी को हुआ जोरदार फायदा
वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में डीसीबी बैंक की ब्याज आय 13.8 प्रतिशत बढ़कर 300.9 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में 264.5 करोड़ रुपए थी।
तिमाही दर तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में डीसीबी बैंक का ग्रॉस एनपीए 1.92 प्रतिशत से घटकर 1.84 प्रतिशत हो गया। चौथी तिमाही में बैंक का नेट एनपीए 0.71 प्रतिशत से घटकर 0.65 प्रतिशत रह गया। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में डीसीबी बैंक की प्रोविजनिंग 40.1 करोड़ रुपए से घटकर 35 करोड़ रुपए रही, जबकि वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में डीसीबी बैंक की प्रोविजनिंग 38.8 करोड़ रुपए रही थी।