Thursday, December 12, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. गैजेट
  4. Apple iPhone 14 के इन खूबियों से आप होंगे अंजान, जानिए क्या है हैप्टिक तकनीक? जिसका उपयोग कर रही कंपनी

Apple iPhone 14 के इन खूबियों से आप होंगे अंजान, जानिए क्या है हैप्टिक तकनीक? जिसका उपयोग कर रही कंपनी

Apple iPhone: विभिन्न धातुओं के हानिकारक प्रभाव से पर्यावरण को बचाने के लिए Apple ने नई iPhone 14 सीरिज को डिजाइन किया है। इसमें इस्तेमाल किए गए सभी तत्व रिसाइकल किए जा सकते हैं।

Edited By: India TV Business Desk
Published : Sep 12, 2022 13:03 IST, Updated : Sep 12, 2022 13:03 IST
Apple iPhone 14- India TV Paisa
Photo:INDIA TV Apple iPhone 14 के इन खूबियों से आप होंगे अंजान

Apple iPhone: विभिन्न धातुओं के हानिकारक प्रभाव से पर्यावरण को बचाने के लिए Apple ने नई iPhone 14 सीरिज को डिजाइन किया है। इसमें इस्तेमाल किए गए सभी तत्व रिसाइकल किए जा सकते हैं। ये 100% रीसाइक्लिंग प्रोडक्ट है।

हैप्टिक तकनीक का उपयोग कर रही कंपनी

टैप्टिक इंजन यूजर्स के द्वारा टच स्क्रीन पर क्लिक करने स्मूथ वर्क करता है। कंपनी ने इसके लिए हैप्टिक तकनीक का उपयोग किया है। कंपनी के अनुसार, iPhone 14 Pro और iPhone 14 Pro Max को पर्यावरण पर उनके प्रभाव को कम करने के लिए ही डिज़ाइन किया गया है। कंपनी ने कहा है कि दोनों मॉडलों में कई प्रिंटेड सर्किट बोर्डों के सोल्डर में 100 प्रतिशत रीसाइक्लिंग टिन और कई प्रिंटेड सर्किट बोर्डों और सभी कैमरों के तार में 100 प्रतिशत रीसाइक्लिंग गोल्ड शामिल है। 

ऐप्पल वर्तमान में अपने दुनियाभर के प्रोडक्ट को पर्यावरण के हिसाब से तैयार करने में लगा है और उसकी कोशिश है कि 2030 तक उसकी पूरी विनिर्माण आपूर्ति श्रृंखला और सभी उत्पाद 100 प्रतिशत कार्बन नेचर के अनुरुप हो जाए।

क्या है हैप्टिक तकनीक?

टच के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए हैप्टिक तकनीक का उपयोग किया जाता है। यह हैप्टिक फीडबैक सॉफ्टवेयर की मदद से काम करता है। यूजर्स को उसके मुताबिक फोन को तैयार करता है। इससे मोबाइल में स्मूथनेस बरकरार रहता है। 

जीरो क्लाइमेट इफेक्ट पर हो रहा काम

कंपनी के मुताबिक, इसका मतलब है कि कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग, असेंबलिंग, ट्रांसपोर्ट, कस्टमर यूज, चार्जिंग, रीसाइक्लिंग और मटेरियल रिकवरी के जरिए बिकने वाले हर ऐप्पल डिवाइस का नेट-जीरो क्लाइमेट इफेक्ट होगा।

इस साल मार्च में Apple ने iPhone SE में दुनिया के पहले लो-कार्बन एल्यूमीनियम का उपयोग करने की घोषणा की थी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि ग्रीन बॉन्ड में 4.7 अरब डॉलर के निवेश की मदद से एप्पल नई कम कार्बन वाली विनिर्माण और रीसाइक्लिंग टेक्नोलॉजी का विकास शुरू कर सकती है।

कार्बन-मुक्त एल्यूमीनियम खरीद रहा Apple

इस काम के हिस्से के रूप में Apple ने घोषणा की कि वह कनाडा स्थित ELYSIS से प्रत्यक्ष कार्बन-मुक्त एल्यूमीनियम खरीद रहा है। इसके पीछे का उद्देश्य दुनिया की पहली प्रत्यक्ष कार्बन-मुक्त एल्यूमीनियम गलाने की प्रक्रिया पर काम करना है।

ऐप्पल के पर्यावरण, नीति और सामाजिक पहल के उपाध्यक्ष लिसा जैक्सन ने कहा, "एप्पल इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि इस प्लेनेट को पहले से अधिक अनुकुल बनाया जा सके। हमारे ग्रीन बॉन्ड हमारे पर्यावरणीय प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण भविष्य में साबित होंगे।"

कार्बन उत्सर्जन में 70 प्रतिशत की आई कमी

ऐप्पल ने अपने उत्पादों में पाए जाने वाले एल्यूमीनियम और अन्य धातुओं के कार्बन प्रभाव को कम करने में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है। जीवाश्म ईंधन के बजाय जलविद्युत का उपयोग करके रीसाइक्लिंग एल्यूमीनियम और एल्यूमीनियम को पिघलाने से, कंपनी के एल्यूमीनियम से जुड़े कार्बन उत्सर्जन में 2015 के बाद से लगभग 70 प्रतिशत की कमी आई है। मैकबुक प्रो, मैकबुक एयर, मैक मिनी और ऐप्पल वॉच के साथ आईपैड एयर सहित आईपैड लाइनअप में हर मॉडल को 100 प्रतिशत रीसाइक्लिंग एल्यूमीनियम के साथ बनाया गया है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Gadgets News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement