
शेयर बाजार निवेशकों के लिए पिछले कुछ महीना काफी बुरा रहा है। बाजार में लगातार गिरावट से निवेशकों को हजारों करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। लेकिन अब हालात बेहतर होने के संकेत मिल रहे हैं। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार में अब तेजी लौटेगी। इसलिए निवेशकों को अब जल्दबाजी में नुकसान लेने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं कि बाजार में क्यों तेजी लौटने की बात मार्केट एक्सपर्ट कह रहे हैं।
बाजार के लिए ये ट्रिगर-
1. बजट
2. इनकम टैक्स में कटौती
3. गिरावट से स्टॉक का वैल्यूएशन सही होना
4. कई मिड और स्मॉल कैप के अच्छे तिमाही रिजल्ट
5. दिल्ली चुनाव परिणाम में भाजपा की वापसी
6. क्यूआईपी और आईपीओ में सुस्ती
7. एफआईआई की बिकवाली धीमी हुई
विदेशी निवेशकों की गतिविधियों पर रहेगी नजर
एक्सपर्ट का कहना है कि शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह आने वाले मुद्रास्फीति और अन्य वृहद आर्थिक आंकड़ों से भी तय होगी। विदेशी निवेशकों की गतिविधियां बाजार पर असर डालेंगी। साथ ही कंपनियों के तिमाही नतीजे और रुपये-डॉलर का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के निदेशक पुनीत सिंघानिया ने कहा कि यह सप्ताह भारतीय और विदेशी बाजारों के लिए गतिविधियों वाला होगा। सप्ताह के दौरान महत्वपूर्ण वृहद आर्थिक आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं। मुद्रास्फीति, औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजे बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे। सिंघानिया ने कहा कि बुधवार को जनवरी के लिए अमेरिकी के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर सभी का ध्यान रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत के मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े 12 फरवरी को जारी किए जाएंगे।
जीडीपी के आंकड़े आएंगे
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के आंकड़े आएंगे। शुक्रवार को अमेरिका के जनवरी माह के खुदरा बिक्री के आंकड़े आएंगे। उन्होंने कहा कि कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे। सप्ताह के दौरान आयशर मोटर्स, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, वोडाफोन आइडिया, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि अच्छे बजट और मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा रेपो दर में कटौती से बाजार की धारणा में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत से लघु अवधि में बाजार की धारणा पर सकारात्मक असर पड़ेगा।