
टाटा मोटर्स के अच्छे दिन आ ही नहीं रहे हैं। कंपनी एक के बाद तिमाही में खराब रिजल्ट दे रही है। इसके चलते शेयरों के भाव में बड़ी गिरावट आ गई है। एक साल की अवधि में शेयर 1160 से टूटकर 700 रुपये पर पहुंच गया है। अब इस खबर का असर बुधवार को देखने को मिल सकता है। आपको बता दें कि टाटा मोटर्स का वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 51 प्रतिशत घटकर 8,556 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी का वित्त वर्ष 2023-25 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही का शुद्ध मुनाफा 17,528 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, कंपनी ने प्रति शेयर 6 रुपये डिविडेंड देने का ऐलान किया है।
ऑपरेटिंग इनकम में बदलाव नहीं
टाटा मोटर्स ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में उसकी ऑपरेटिंग इनकम बढ़कर ₹1,19,503 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में ₹1,19,033 करोड़ थी। हालांकि, पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ घटकर ₹28,149 करोड़ पर आ गया। वहीं, कुल राजस्व में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह ₹4,39,695 करोड़ रहा।
कंपनी के मैनेजमेंट ने क्या कहा?
टाटा ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी, पी.बी. बालाजी ने कहा कि बाहरी चुनौतियों के बावजूद, टाटा मोटर्स ने वित्त वर्ष 2024-25 में अपना मजबूत प्रदर्शन जारी रखा और अब तक की सबसे अधिक राजस्व और PBT (BEI) अर्जित की। समेकित आधार पर अब हमारा ऑटोमोटिव कारोबार कर्जमुक्त हो गया है, जिससे ब्याज लागत में कमी आई है। यह न केवल संतोषजनक है, बल्कि महत्वपूर्ण भी है, क्योंकि यह मजबूत बुनियादी ढांचे और हमारी लचीली टीम की उपलब्धि को दर्शाता है।
इस उपलब्धि से प्रेरित होकर, हम अनिश्चितता से भरे इस माहौल में भी सतर्क रहेंगे, विकास के एजेंडे को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाएंगे, नकद ब्रेकईवन को और घटाएंगे और भविष्य में निवेश जारी रखेंगे। शेयरधारकों द्वारा डिमर्जर को मंजूरी दिए जाने के साथ, हम अपने प्रत्येक व्यवसाय की पूर्ण संभावनाओं को साकार करने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं।”