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Personal loan insurance बड़े काम की चीज, ले रखे हैं पर्सनल लोन तो जान लें इसके फायदे

बड़े लोन में डिफ़ॉल्ट का खतरा रहता है। इसके चलते इंश्योरेंस कंपनी बड़े लोन के इंश्योरेंस पर अधिक प्रीमियम वसूलती है।

Alok Kumar Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: March 16, 2024 14:49 IST
Personal Loan Insurance - India TV Paisa
Photo:FILE पर्सनल लोन

देश में पर्सनल लोन लेने वालों की संख्या लाखों में है लेकिन बहुत कम ही लोग Personal loan इंश्योरेंस के बारे में जानते हैं। अगर आपने पर्सनल लोन लिया है तो आपके लिए इस इंश्योरेंस के फायदे जानना बहुत ही जरूरी है। हम आपको बता रहे हैं कि आप यह इंश्योरेंस कैसे ले सकते हैं और क्या-क्या फायदे उठा सकते हैं।  

क्या है पर्सनल लोन इश्योरेंस?

पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस (पीपीआई) एक स्वतंत्र बीमा पॉलिसी है जिसे आप खुद को संकट के समय में वित्तीय सुरक्षा के लिए खरीद सकते हैं। पीपीआई एक सुरक्षा उपाय के रूप में कार्य करता है। उदाहरण के लिए, नौकरी छूटने या विकलांगता के मामलों में, पीपीआई बची हुई अवधि के दौरान आपके ऋण भुगतान को कवर करता है। 

पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस पॉलिसी किसी भी समान्य बीमा पॉलिसी के समान ही संचालित होती है। आपके पास प्रीमियम का भुगतान या तो एकमुश्त करने या इसे अपनी समान मासिक किश्तों (ईएमआई) में शामिल करने का विकल्प होता है। पीपीआईके लिए प्रीमियम लोन की राशि, आयु, स्वास्थ्य स्थिति और कार्यकाल जैसे कारकों पर निर्भर करता है। 

लोन डिफॉल्ट का खतरा 

बड़े लोन में डिफ़ॉल्ट का खतरा रहता है। इसके चलते इंश्योरेंस कंपनी बड़े लोन के इंश्योरेंस पर अधिक प्रीमियम वसूलती है। जैसे-जैसे व्यक्तियों की उम्र बढ़ती है, उनकी आय प्रभावित होती है, खासकर 50 वर्ष की आयु तक पहुंचने के बाद आय में कमी शुरू हो जाती है। सेवानिवृत्ति के बाद कर्ज संभालना अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाता है, जिससे वृद्ध व्यक्तियों के लिए संभावित कठिनाइयां पैदा होती हैं। परिणामस्वरूप, उन्हें उच्च बीमा प्रीमियम का सामना करना पड़ सकता है। 

इंश्योरेंस क्लेम कैसे करें?

पर्सनल लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस (पीपीआई) क्लेम प्रक्रिया शुरू करने के लिए अपनी बीमा कंपनी से संपर्क करना होगा। आप क्यों ईएमआई चुकाने में सक्षम नहीं है, इसके बारे में बीमा कंपनी को बताएं। अपनी पॉलिसी विवरण प्रस्तुत करें। साथ ही मेडिकल रिकॉर्ड जैसे सहायक दस्तावेज जमा करें। इसके बाद बीमा कंपनी आपके क्लेम के आधार पर आपका दावा स्वीकृत करेगी। इसमें आपके पर्सनल लोन की शेष राशि का भुगतान करना, एकमुश्त भुगतान करना, या चल रही आय सहायता की पेशकश करना शामिल हो सकता है।

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