केंद्र सरकार ने राज्यों से दालों और खाद्य तेलों सहित सभी आवश्यक खाद्य वस्तुओं से सभी स्थानीय टैक्स समाप्त करने को कहा है।
फूड सर्विस इंडस्ट्री में परिवार के साथ खाना खाने की हिस्सेदारी 25 फीसदी है। भारत में रेस्टॉरेंट इंडस्ट्री 2021 तक बढ़कर पांच लाख करोड़ रुपए की हो जाएगी।
IRCTC आपके लिए रेडी टू ईट सर्विस शुरू करने जा रही है जिसके तहत मनपसंद खाना मिलेगा वो भी बाजार से आधे दाम पर। 32 रुपए में मिलेगी चिकन बिरयानी और मटर पनीर
ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी एचएसबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में रिटेल महंगाई दर अगले दो महीने में छह फीसदी से अधिक रहने का अनुमान लगाया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बेहतर मानसून और कृषि उत्पादन में सुधार से कीमतों का दबाव कम होगा।
FCI ने लघु अवधि के लिए 20,000 करोड़ रुपए का ऋण जुटाने के लिए अनुसूचित बैंकों से निविदा आमंत्रित की है ताकि वह खरीद की लागत को पूरा कर सके।
खाने पीने की वस्तुओं के आसमान छूते दाम के बीच मई में थोक महंगाई दर में जोरदार इजाफा हुआ है। मई में थोक महंगाई की दर बढ़कर 0.79 फीसदी पर पहुंच गई।
सब्जी और कुछ अन्य फूड आइटम के दाम बढ़ने से रिटेल महंगाई दर मई महीने में बढ़कर 5.76 फीसदी पहुंच गई। यह लगातार दूसरा महीना है जब महंगाई दर बढ़ी है।
शेयर बाजार की दिशा महंगाई दर के आंकड़े, मानसून की चाल और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक सहित प्रमुख वैश्विक घटनाक्रम इस हफ्ते निर्धारित करेंगे।
चालू वित्त वर्ष में दलहन और धान के मएसपी में बढ़ोतरी का महंगाई दर और सब्सिडी पर नाममात्र प्रभाव होगा। सीपीआई में 0.4 से 0.45 प्रतिशत तक का योगदान होगा।
घरेलू ब्रोकरेज कंपनी जेएम फाइनेंशियल के मुताबिक दो साल कमजोर मानसून रहने के कारण इन किसानों का कर्ज बढ़कर उनकी सम्पत्ति का 22 फीसदी हो गया है।
ब्रेड में पोटैशियम ब्रोमाइट और पोटैशियम आयोडेट का इस्तेमाल नुकसानदायक होने के बाद ब्रेड विनिर्माताओं ने इन रसायनों का इस्तेमाल बंद कर दिया है।
FDI में किए गए सुधारों और FSSAI द्वारा नियमों को बेहतर बनाए जाने से फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में अगले दो साल में FDI एक अरब डॉलर के पार पहुंचने की उम्मीद है।
प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर सर्विसेज ने चार महीने (जून-सितंबर) चलने वाले मानसून के दौरान 109 फीसदी बारिश का अनुमान लगाया है।
दो साल सूखे के बाद मानसून की वर्षा अच्छी रहने की उम्मीद में सरकार ने फसल वर्ष 2016-17 में रिकोर्ड 27.01 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य तय किया है।
दाल, आलू तके दाम चढ़ने से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 18 महीने बाद नकारात्मक से सकारात्मक हुई है। अप्रैल में मुद्रास्फीति 0.34 फीसदी पर पहुंच गई।
अप्रैल में थोक अधारित महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) (-)0.85 फीसदी से बढ़कर 0.34 फीसदी पर पहुंच गई है। इससे पहले रिटेल महंगाई में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
रेल में यात्रा करने वालों के लिए खुशखबरी है। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) अपनी ई-कैटरिंग को लोकप्रिय बनाने के लिए नया ऑफर लेकर आई है।
केंद्र ने सार्वजनिक जन वितरण योजना के तहत कालाबजारी रोकने के लिए राज्य सरकारों से राशन की दुकानों को आधुनिक रूप देने को कहा है।
महंगाई आंकड़ों के सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अप्रैल में रिटेल महंगाई दर (सीपीआई) बढ़कर 5.39 फीसदी हो गई है। जबकि मार्च में महंगाई दर 4.83 फीसदी थी।
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