दस राज्यों में सूखे के कारण देश का खाद्यान उत्पादन 2015-16 में 25.22 करोड़ टन के स्तर पर स्थिर रह सकता है। वहीं दलहन के उत्पादन में गिरावट आ सकती है।
दाल की बढ़ती कीमत पर चिंता जताते हुए व्यापारियों के प्रमुख संगठन कैट ने कहा कि सरकार को पहले आयातकों की भंडारण सीमा तय करनी चाहिए।
सरकार घरेलू बाजार में सप्लाई बढ़ाने और बढ़ती कीमतों पर अंकुश के मकसद से बफर स्टॉक से 10,000 टन दलहन जारी करेगी। इससे कीमतों में गिरावट आने की संभावना है।
सरकार ने कहा की कीमतों पर करीबी नजर रखे है। देश भर के खुदरा बाजारों में दालों की कीमतें 83 से 177 रुपए प्रति किलो के दायरे में लगभग स्थिर बने हुए हैं।
मार्च में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर शून्य से 0.85 फीसदी प्रतिशत नीचे रही, जो कि फरवरी में शून्य से 0.91 प्रतिशत कम थी।
नए नियम के तहत सामान की कीमत, उसकी गुणवत्ता समेत छह अन्य विवरण और अधिक प्रमुखता के साथ अंकित करने होंगे, जो पैकेट के 40 फीसदी क्षेत्र में फैला होगा।
मोदी सरकार चीनी कंपनियों पर सुरक्षा प्रतिबंध कड़े करने पर विचार कर रही है। इस पर चीन के आधिकारिक मीडिया ने कहा कि इससे भारत को ही नुकसान होगा।
रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में रिटेल महंगाई दर 5% के आसपास रहने का अनुमान लगाया है। वहीं सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने से महंगाई बढ़ेगी।
अगर आप होली पर ट्रेन से अपने घर जाने की सोच रहे हैं तो यात्रा के दौरान मिठाई और अन्य खाद्य पदार्थ ऑर्डर कर सकते हैं। 37 स्टेशनों पर सर्विस शुरू हो गई है।
रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को बेहतर गुणवत्ता वाली खाने की चीजें उपलब्ध कराने को लेकर नई खान-पान सुविधा नीति लाएगी। ई-कैटरिंग सर्विस 408 स्टेशनों पर शुरू।
खाने-पीने की चीजों के दाम में बढ़ोतरी की रफ्तार कम होने से रिटेल महंगाई दर घटी है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित रिटेल महंगाई फरवरी में 5.18 फीसदी रही।
ई-कैटरिंग सर्विस का विस्तार देश के 408 प्रमुख स्टेशनों तक कर दिया है। इसमें यात्रियों को खाने पीने की वस्तुओं में अधिक विकल्प उपलब्ध होते हैं।
फरवरी में थोक महंगाई दर -0.9 फीसदी पर स्थिर रही। यह लगातार 16वां महीना जब थोक महंगाई दर शून्य के नीचे रही है। जनवरी में महंगाई दर शून्य से 0.90% नीचे थी।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि भारत में दुनिया का 25 फीसदी दालों का उत्पादन होता लेकिन खपत 28 फीसदी है। इसके कारण कीमतें बढ़ी हैं।
लगातार दो साल तक सर्वश्रेष्ठ भारतीय रेस्टोरेंट चुने जाने वाले इंडियन एक्सेंट ने अपना पहला इंटरनेशनल रेस्टोरेंट अमेरिका के न्यूयार्क में खोला है।
आईएमएफ का मानना है कि महंगाई का लक्ष्य पाना है तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को सख्त मौद्रिक नीति को लंबे समय के लिए रखना पड़ सकता है।
दालों की कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार ने 50,000 टन का बफर स्टॉक बनाया है। सरकार ने 20,000 टन दलहन आयात करने का फैसला किया है।
बजट पेश करने जा रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि वो देश के लिए आर्थिक विकास चुनें या राजकोषीय सख्ती।
अरुण जेटली ने लोकसभा में इकोनॉमिक सर्वे 2015-16 पेश कर दिया। इकोनॉमिक सर्वे में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 7-7.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है।
पासवान ने आश्वस्त किया कि इस साल दालों की कीमतें नहीं बढ़ेंगी। उन्होंने कहा, सरकार ने सप्लाई और डिमांड के अंतर को पाटने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं।
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