मुकुट बिहारी वर्मा उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री है। इनकी गिनती यूपी बीजेपी के बड़े नेताओं में होती है। इनका जन्म 28 दिसम्बर 1945 को भारत-नेपाल सीमा पर स्थित ग्राम मदरिया, विकास खण्ड-मिहीपुरवा, जनपद-बहराइच के एक किसान परिवार में हुआ था। इनकी प्राथमिक शिक्षा पैतृक ग्राम मदरिया से 03 किलोमीटर दूर स्थित अयोध्या ग्राम में स्थित प्राथमिक पाठशाला से हुई। इसके बाद इन्होंने साल 1971 में लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी पास करके बहराइच में वकालत शुरू की। मुकुंद बिहारी वर्मा साल 1962 में हाईस्कूल में ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सम्पर्क में आए। इन्होंने बहराइच और लखनऊ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनेक दायित्वों के साथ ही संघ के नगर कार्यवाह का दायित्व निर्वहन किया। साल 1975 में आपातकाल के समय भूमिगत रहकर बहराइच में लोकतंत्र रक्षा आन्दोलन के सहभागी रहे। मुकदमें में फरार रहे पुलिस ने घर-मकान कुर्क किया, लेकिन गिरफ्तार नहीं कर सकी। साल 1977 में मुकदमा वापस हुआ इसी साल जिला कार्यवाह की भी जिम्मेदारी निभाई। साल 1985 में भाजपा के जिला महामंत्री और 1990 में जिलाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया। 1990 में किसान मण्डी समिति के अध्यक्ष का पद भी संभाला। 1994 में तत्कालीन अवघ क्षेत्र जो श्रावस्ती से झॉंसी तक था, में सदस्यता प्रमुख का दायित्व रहा। वर्मा 1994 में प्रवास के समय लखनऊ जिले के ग्राम बनी में गंभीर हादसे का शिकार हुए। इनको 1996 में पार्टी ने कैसरगंज विधानसभा से प्रत्याशी बनाया लेकिन 234 मतों के अन्तर से चुनाव हार गए। इस बीच पार्टी में इनको विभाग संयोजक/जिला प्रभारी तथा वर्ष 2009 में पुनः जिलाध्यक्ष के पद का भी दायित्व सौंपा गया। मुकुंद बिहारी वर्मा साल 2002, 2012 एवं 2017 में कैसरगंज विधानसभा सदस्य के रूप में चुने गए। इनको 2013 से लगातार दूसरी बार अवध क्षेत्र के अध्यक्ष और वर्तमान में प्रदेश सरकार में सहकारिता विभाग के मंत्री का दायित्व सौंपा गया है।
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