Monday, December 08, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. धर्म
  3. Pitru Amavasya 2025 Timing: आज है पितृ अमावस्या, जानिए इस तिथि पर किन पूर्वजों का श्राद्ध करना चाहिए

Pitru Amavasya 2025 Timing: आज है पितृ अमावस्या, जानिए इस तिथि पर किन पूर्वजों का श्राद्ध करना चाहिए

Pitru Amavasya 2025 Date And Time: पितृ अमावस्या को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या और महालया अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा इसे अमावस श्राद्ध के रूप में भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार इस अमावस्या पर हर किसी को श्राद्ध करना चाहिए।

Written By: Laveena Sharma @laveena1693
Published : Sep 19, 2025 09:09 am IST, Updated : Sep 21, 2025 06:41 am IST
pitru amavasya- India TV Hindi
Image Source : FREEPIK पितृ अमावस्या 2025

Pitru Amavasya 2025 Date: पितृ अमावस्या पर विशेष रूप से परिवार के उन मृतकों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु अमावस्या तिथि पर हुई हो। लेकिन यदि कोई संपूर्ण तिथि का श्राद्ध किसी कारण न कर पाया हो या गलती से कोई श्राद्ध छूट गया हो तो उसे अमावस्या का श्राद्ध जरूर करना चाहिए। कहते हैं इस तिथि पर श्राद्ध करने से सभी पितरों की आत्माएं तृप्त हो जाती हैं। इसलिए ज्यादातर लोग पितृ अमावस्या का श्राद्ध जरूर करते हैं। इस तिथि पर किसी का भी श्राद्ध किया जा सकता है इसलिए ही इसे सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहा जाता है। 

पितृ अमावस्या का समय 2025 (Pitru Amavasya 2025 Timings)

  • अमावस्या श्राद्ध - 21 सितम्बर 2025, रविवार
  • कुतुप मूहूर्त - 11:50 ए एम से 12:38 पी एम
  • रौहिण मूहूर्त - 12:38 पी एम से 01:27 पी एम
  • अपराह्न काल - 01:27 पी एम से 03:53 पी एम
  • अमावस्या तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 21, 2025 को 12:16 ए एम बजे
  • अमावस्या तिथि समाप्त - सितम्बर 22, 2025 को 01:23 ए एम बजे

सर्व पितृ अमावस्‍या पर सभी को श्राद्ध क्यों करना चाहिए?

इसे महालय समापन या महालय विसर्जन के नाम से भी जाना जाता है। सर्व पितृ अमावस्‍या पर अपने पितरों का श्राद्ध करना बहुत जरूरी होता है। कहते हैं इससे आपके पूर्वज आपसे प्रसन्‍न रहते हैं और आपको सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। कहते हैं इस दिन श्राद्ध करने से सभी पितरों की आत्माएं तृप्त हो जाती हैं।

सर्व पितृ अमावस्‍या पर क्‍या करना चाहिए?

  • सर्व पितृ अमावस्‍या पर ब्राह्मणों को भोजन जरूर कराना चाहिए।
  • कहते हैं इस दिन ब्राह्मण को भोजन करवाने या दान देने से पुण्‍य की प्राप्ति होती है।
  • इस दिन चना, हरी सरसों के पत्ते, जौ, मसूर की दाल, मूली, लौकी, खीरा और काला नमक नहीं खाना चाहिए।
  • सर्व पितृ अमावस्‍या पर किसी का अनादर नहीं करना चाहिए। कहते हैं इससे आपके पितर आपसे नाराज़ हो सकते हैं।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)

यह भी पढ़ें:

Surya Grahan 2025: 21 सितंबर का सूर्य ग्रहण 3 राशि वालों के जीवन में लाएगा चमत्कारी बदलाव, सोने-चांदी से भर जाएगी झोली

Navratri Puja Samagri List Pdf: 22 सितंबर से शुरू हो रही है शारदीय नवरात्रि, जानिए इस पूजा में क्या-क्या सामग्री लगेगी

Google पर इंडिया टीवी को अपना पसंदीदा न्यूज सोर्स बनाने के लिए यहां
क्लिक करें

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें धर्म सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement