भारतीय क्रिकेट टीम ने ब्रिसबेन टेस्ट में इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर 2-1 से सीरीज अपने नाम कर लिया। भारतीय टीम की इस जीत में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने धमाकेदार 89 रनों की नाबाद अर्द्धशतकीय पारी खेली। पंत अंत तक क्रिज पर मौजूद रहे और उनके बल्ले से भारत के लिए विनिंग रन आया।
पंत ने अपनी इस पारी में 138 गेंदों का सामना करते हुए 9 चौके और एक शानदार छक्का भी लगाया। इस दौरान उनकी बल्लेबाजी का स्ट्राइक रेट 64.69 का रहा है। पहली पारी में भी पंत ने भारतीय टीम के लिए 23 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी।
इसके साथ ही पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक तीन बार अर्द्धशतकीय पारी खेलने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड पूर्व क्रिकेटर सैयद किरमानी के नाम था जिन्होंने इस टीम के खिलाफ दो बार अर्द्धशतकीय पारी खेली थी।
वहीं पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, पार्थिव पटेल, फारुख इंजीनियर और किरन मोरे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक-एक बार अर्द्धशतक जड़ने का कारनामा किया है।
इसके साथ पंत ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज भी बने हैं। पंत ने टेस्ट करियर के अपनी 27वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की है।
इस मामले में पंत ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ा है। धोनी ने विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर अपनी 32वीं टेस्ट पारी में 1000 रन पूरे किए थे। वहीं इस मामले में पूर्व क्रिकेटर फारुख इंजीनियर तीसरे नंबर पर आ गए हैं।
फारुख ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी 36वीं पारी के दौरान इस फॉर्मेट में 1000 रन पूरे किए थे।