बिहार में लगातार छठे दिन भी पटना की हालत बहुत बुरी है। राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग इलाके में 10 फीट तक पानी भरा हुआ है। लोगों को लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है लेकिन पानी का स्तर नहीं घट रहा है।
भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव अपने संसदीय क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त इलाके में जाते समय बुधवार रात नदी में गिर गए।
बारिश ने तबाही मचाई, बिहार के हिस्से में किया गया बचाव अभियान | सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में बाढ़ से हुई तबाही के लिए नेचर को जिम्मेदार ठहराया।
बिहार में बाढ़ के कारण हालात बिगड़े, सारे ड्रेनेज सिस्टम हुए फेल | बिहार में बाढ़ से हुई बर्बादी के लिए नीतीश ने नेचर को दोषी ठहराया |
बिहार में भारी बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना के जलमग्न क्षेत्रों में प्रशासन राहत और बचाव कार्य में पूरी ताकत से जुटा है।
सितंबर का महीना खत्म हो गया है लेकिन बारिश-बाढ़ अभी भी बड़ी मुसीबत बनी हुई है। बिहार समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश-बाढ़ के कारण ना केवल लोगों को लाखों-करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है बल्कि लोगों को जान भी गंवानी पड़ रही है।
बिहार में बाढ़ के बाद अब बारिश से लोगों का हाल बेहाल है। जलभराव के चलते राजधानी पटना की सड़कों पर नावें उतर गई हैं। कई इलाकों में छह से 10 फीट तक पानी जमा है।
बिहार में बाढ़: भारतीय वायुसेना ने राहत एवं बचाव कार्य के लिए दरभंगा में 2 हेलिकॉप्टर तैनात किए
बिहार के 12 जिलों में आयी बाढ से अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 81 लाख 57 हजार 700 आबादी प्रभावित हुई है ।
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 106 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 80 लाख 85 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है।
बिहार और असम में बाढ़ की स्थिति अब भी भयावह बनी हुई है। दोनों पूर्वी राज्यों में बाढ़ से करीब 1.11 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं और मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 166 हो गयी।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि केन्द्र को बिहार में बाढ़ और सूखे की स्थितियों को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए
देश पूर्वी और दक्षिणी हिस्सा इस समय भयंकर बाढ़ से गुजर रहा है। बिहार,असम और मेघालय में बाढ़ का प्रकोप जारी है।
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 45 लाख 40 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है।
बिहार और असम के लोगों को बाढ़ से बनी स्थिति से अभी तक कोई राहत नहीं मिली। दोनों राज्यों में 44 और लोगों की मौत हो गई।
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
बाढ पीड़ितों के लिए क़रीब 700 रिलीफ सेंटर्स खोले गए हैं। केंद्र की तरफ से भी 250 करोड़ की आर्थिक मदद दी गई है लेकिन ये विकराल बाढ़ हर दिन मदद और राहत नाम के शब्द को अपने साथ बहाती जा रही है।
बिहार और असम में बाढ़ का कहर मंगलवार को जारी रहा और दोनों राज्यों में इसके कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 55 हो गई। इस बीच, उत्तर प्रदेश में भी वर्षाजनित हादसों में 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं, केरल में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी हुआ है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि राज्य में अचानक आई बाढ़ से 25 लोगों की मौत हुई है जबकि 16 जिलों में 25.71 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
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