रूस-यूक्रेन युद्ध की मौजूदा स्थिति को देखते हुए नाटो शिखर सम्मलेन के दौरान जी-7 देश यूक्रेन को दीर्घकालिक सुरक्षा की घोषणा करने वाले हैं। इससे यूक्रेन को रूस से युद्ध लड़ने के लिए नाटो और यूरोपीय देश हथियार व अन्य मदद देते रहेंगे। इससे रूस की दिक्कतें और बढ़ सकती हैं।
कश्मीर शहर रोमांस और रोमांच से भरपूर है। 60-70 के दशक में इसकी वादियों में कई यादगार फिल्मों की शूटिंग हुई थी। इससे बेहतर कोई जगह नहीं, कहा-जी20 के शेरपा अमिताभ कांत ने-
पीएम मोदी ने जैसे ही पापुआ न्यू गिनी की धरती पर कदम रखा तो वहां स्वागत के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने पीएम नरेंद्र मोदी का पैर छू लिया। उनके पैर छूते ही पीएम मोदी भी हैरान रह गए।
पापुआ न्यू गिनी में आमतौर पर सूर्यास्त के बाद आने वाले नेताओं के लिए औपचारिक स्वागत नहीं किया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए इस प्रोटोकॉल को तोड़ दिया गया।
जापान के हिरोशिमा में जी-7 देशों के सम्मेलन के अंत में जो जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया गया, उससे चीन के सीने पर सांप लोट गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जापान में ब्रिटेन और ब्राजील के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करके भारत के संबंधों को मजबूत किया। प्रधानमंत्री ने ब्राजील के राष्ट्रपति इनासियो लूला डा सिल्वा और ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के साथ रविवार को उपयोगी और व्यापक वार्ता की।
जापान में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान पूरी दुनिया को उम्मीद थी कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कुछ न कुछ बड़ी बात जरूर कहेंगे। यह उम्मीद इस लिए भी थी कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी बातों को मजबूती से रखने के लिए जाने जाते हैं।
पीएम मोदी को अगले महीने अमेरिकी दौरे पर जाना है, जिस दौरान बायडेन उन्हें डिनर पर बुलाएंगे। बायडेन ने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान कहा कि ये डिनर उनके लिए सिरदर्द बन गया है।
जापान के जी-7 शिखर सम्मेलन में बतौर जी-20 अध्यक्ष शामिल हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया को वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए 10 सूत्री कार्ययोजना का अहम मंत्र दिया।
पीएम मोदी आज G-7 के आखिरी सेशन में हिस्सा लेंगे। इससे पहले आज तड़के पीएम मोदी हिरोशिमा शांति स्मारक पहुंचे और परमाणु हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन संकट का हल निकालने के लिए भारत हर संभव कोशिश करेगा। वहीं जेलेंस्की ने भी भारत को अपने शांति के फॉर्मूले के बारे में विस्तार से बताया।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1945 में अमेरिका द्वारा जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में गिराए गए परमाणु बम से हुई त्रासदी की यादें उस वक्त ताजा हो गईं, जब राष्ट्रपति जो बाइडेन हमले की दर पर पहुंचे।
जी-7 में शामिल होने आए देशों के साथ भारत अपने द्विपक्षीय सहयोग के आधार को और मजबूत करने में जुटा है। वियतनाम के बाद पीएम मोदी ने दक्षिण कोरिया के साथ भी द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के लिए वार्ता की।
जापान में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में हिंदुस्तान का जलवा पूरी दुनिया देख रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से लेकर विश्व के अन्य ताकतवर नेता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कायल नजर आ रहे हैं। जी-7 की बैठक के दौरान उस वक्त चीन को चक्कर आ गया जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पीएम मोदी को ढूंढ़ते हुए उनके पास आए।
परमाणु हथियारों को बनाने की होड़ में दुनिया भर को खतरे में डालने वाले चीन और उत्तर कोरिया को जी-7 के मंच से दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्रों के नेताओं ने कड़ी चेतावनी दी है। चीन और उत्तर कोरिया को विश्व नेताओं ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के शनिवार को हिरोशिमा पहुंचने से पहले यह चेतावनी दी है।
G-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिरोशिमा के मंच से दुनिया को बड़ा संदेश दिया है। भारत ने वियतनाम से इस दौरान द्विपक्षीय वार्ता के दौरान प्रमुख रक्षा साझीदारों के तौर पर वर्णित किया है। बता दें कि वियतनाम ब्राजील और भारत जैसे ताकतवर देशों की तरह उभरता हुआ देश है।
जापान के हिरोशिमा में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में बतौर आमंत्रित सदस्य हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंच गए हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान हिरोशिमा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। साथ ही जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की।
दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतांत्रिक देशों के नेताओं ने ‘ग्रुप ऑफ सेवन’ (ज-7) की बैठक में यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस को दंडित करने के नए तरीके खोजने पर चर्चा की योजना बनाई है। विश्व के सभी नेता जी-7 में रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी में हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जापान में आयोजित हो रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रवाना हो चुके हैं। इस दौरान उनका आस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी जाने का भी कार्यक्रम है। रवानगी से पहले पीए मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जापान में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में उनकी उपस्थिति विशेष मायने रखती है।
इस दौरान प्रधानमंत्री के 40 से अधिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की संभावना है। पीएम मोदी शिखर सम्मेलनों में विश्व के दो दर्जन से अधिक नेताओं के साथ बातचीत करेंगे, जिनमें द्विपक्षीय बैठकें भी शामिल हैं।
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