वायुसेना ने क्यों पहले 5 राफेल विमानों को अंबाला एयरबेस में तैनात करने की योजना बनाई है? इस सवाल का जवाब भारत के सामने रक्षा चुनौतियां और उन चुनौतियों से निपटने में अंबाला के महत्व से मिल जाता है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा निर्मित, यह उपग्रह रेडियो संकेतों की निगरानी करता है जो कि दुश्मन के क्षेत्र में ट्रांसमिशन के सभी स्रोतों की प्रकृति और स्थान का निर्धारण करने के लिए उपयोग किया जाता है।
विदेश मंत्रालय ने सीमा मुद्दे पर चीन के साथ कूटनीतिक वार्ता के संदर्भ में कहा कि दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति और सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया की समीक्षा की।
मंत्रालय ने कहा कि हमारी आशा है कि चीन हमारे साथ मिलकर गंभीरता से तनाव को कम करने और गतिरोध को समाप्त करने के लिए काम करेगा।
प्रस्ताव में इस बात का जिक्र किया गया है कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तनाव कम करने और बलों के पीछे हटने को लेकर सहमति बन गई है।
22 और 23 जुलाई को होने वाली भारतीय वायुसेना की कॉन्फ्रेंस बैठक काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में जारी हालात पर आगे की रणनीति और राफेल की तैनाती को लेकर चर्चा की जाएगी।
भारत और चीन के बीच गलवान में तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे। राजनाथ सिंह सेना के विशेष प्लेन से लेह के पहुंचे। रक्षामंत्री का ये दौरा प्रधानमंत्री के दौरे के करीब पंद्रह दिन बाद हो रहा है।
भारतीय थल सेना ने पूर्वी लद्दाख में तनाव घटाने पर भारत और चीन के बीच चौथे चरण की लंबी सैन्य बातचीत के बाद आज गुरुवार को कहा कि दोनों देश अपने-अपने सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पश्चिमी क्षेत्र में सीमावर्ती सैनिकों की और वापसी को बढ़ावा देने के लिये दोनों पक्षों में सहमति पर प्रगति हुई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जाएंगे, जहां पर वो लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के साथ-साथ LoC भी जाएंगे।
पूर्वी लद्दाख के चुशूल में कल (14 जुलाई, मंगलवार) भारत और चीन के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता होगी।
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से सेनाओं के हटने के मुद्दे पर चीनी प्रशासन के साथ दूसरे चरण की बातचीत की रपटों के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि लोग इस पूरी प्रक्रिया और इसकी प्रगति पर नजर रखेंगे।
भारत और चीन की सैन्य तैयारियों का एक अमेरिकी रिपोर्ट ने विश्लेषण किया है। रिपोर्ट में दावा किया है कि युद्ध की स्थिति में भारत चीन से आगे निकल सकता है।
LAC पर तनाव अब कुछ कम है। चीन की पूरी रणनीति को भारतीय सेना ने बाजा बजा दिया। गलवान में चीन को किस तरह से मुंह की खानी पड़ी, ये बात वहां के पत्रकार अब टीवी पर करने लगे हैं। देखिए ये खास रिपोर्ट।
चीन अब शांति की बात कर रहा है, लेकिन उसपर भरोसा करना बहुत मुश्किल है। अगर उसने इसबार गुस्ताखी की तो भारतीय सेना महज 15 मिनट में उसका खेल खत्म कर देगी। देखिए ये खास रिपोर्ट।
भारतीय वायुसेना लद्दाख में हर स्थिति के लिए तैयार है। वायुसेना ने लद्दाख में सुखोई, ग्लोबमास्टर, चिनूक हेलीकॉप्टर, अपाचे हेलीकॉप्टर तैनात किए हुए हैं।
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लद्दाख में LAC पर तनाव कुछ कम होता नजर आ रहा है। चीन ने LAC से अपने सैनिक हटाने के लिए राजी हो गया है। गलवान घाटी से चीन ने अपने सैनिक हटाने भी शुरू कर दिए हैं।
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच disengagement के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। दोनों पक्षों के सैनिकों ने गलवान क्षेत्र में पैट्रोलिंग पॉइंट 14 पर वापस जाना शुरू कर दिया है।
माइकल कुगलमन ने कहा कि न चीन भारत के साथ अपने रिश्ते पूरी तरह खत्म करना चाहता है और न ही भारत ऐसा चाहता है दोनों को कई वैश्विक मंचों पर एक-दूसरे की जरूरत है।
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