दोनों देशों ने अपनी-अपनी तरफ से बातचीत के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए हुए थे, भारत की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और चीन की तरफ से विदेश मंत्री वांग यी को नियुक्त किया गया था।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव में कमी का संकेत देते हुए, भारतीय और चीनी सेनाओं ने पारस्परिक रूप से स्टैंड-अप साइटों से अपने सैनिकों को वापस खींचना शुरू कर दिया है।
भारतीय वायु सेना (IAF) के फाइटर जेट्स - सुखोई Su-30MKI और अपाचे हमले के हेलीकॉप्टरों ने पिछले महीने पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के हमले के बाद एलएसी पर नजर रखने के लिए गश्त शुरू कर दी है।
भारतीय वायु सेना (IAF) ने भारत-चीन सीमा के पास एक फारवर्ड एयरबेस पर Su-30MKI और मिग-29 लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी।
लद्दाख में LAC पर तनाव जारी है। इस तनाव के बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार से सवाल कर रहे हैं।
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर गतिरोध पर भारत का पुरजोर समर्थन करते हुए जापान ने शुक्रवार को कहा कि वह क्षेत्र में यथास्थिति बदलने की 'किसी भी एकतरफा' कोशिश के खिलाफ है।
जापान ने कहा है कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर यथास्थिति में बदलाव के लिए किए गए किसी भी एकतरफा प्रयास का विरोध करता है।
एलएसी पर चीन से तनातनी के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक लेह पहुंचकर ड्रैगन को डायरेक्ट मैसेज दिया। पीएम मोदी ने बॉर्डर पर तनाव के बीच आज फॉरवर्ड लोकेशन्स का दौरा किया।
एलएसी पर भारत और चीन की तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह अचानक लद्दाख दौरे पर पहुंचे। पीएम मोदी के लेह जाने के बारे में कुछ ही लोगों को पता थी।
पाकिस्तान ने लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच मौका देखते हुए गिलगित-बाल्टिस्तान में नियंत्रण रेखा के पास अपनी सेनाओं की अतिरिक्त तैनाती की मीडिया रिपोर्टों को गैरजिम्मेदार और सच्चाई से दूर बताया है।
जिनपिंग सरकार ने गलवान में 40 से ज्यादा सैनिकों की मौत को छिपाया जिससे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्व दिग्गजों और मौजूदा जवानों के बीच इस कदर नाराजगी बढ़ती जा रही है कि वो कभी भी सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह कर सकते हैं।
भारत के कड़े रुख ने चीन के होश ठिकाने लगा दिए हैं। चीन ने पहले भारत की दोस्ती देखी थी, स्वागत देखा था और अब गुस्सा देख रहा है। पहले दूरसंचार विभाग ने चीन को अपने प्रोजेक्ट से अलग किया, फिर रेलवे ने अपने आप को चीन से अलग किया।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है.
भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर किसी भी चीनी हरकत का मुकाबला करने के लिए तैयार है। अब चीनी खतरे से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना स्पाइस-२००० बमों का अधिग्रहण करने की योजना बना रही है। ये वही बम हैं जिनका इस्तेमाल बालाकोट हवाई हमले के दौरान किया गया था।
भारत और चीन की सेनाओं ने मंगलवार को करीब 12 घंटे की कमांडर स्तरीय वार्ता में प्राथमिकता के साथ जल्द, चरणबद्ध और क्रमिक तरीक से तनाव घटाने पर जोर दिया। सैन्य सूत्रों ने इस बारे में बताया है।
भारत और चीन के बीच जारी सीमा पर तनाव से इतर अब चीनी निवेश को लेकर बहस छिड़ गई है। पिछले कुछ दिनों में देश में चीनी निवेश और चीनी कंपनियों के खिलाफ गुस्सा बढ़ा है।
इस महीने में ये तीसरा मौका है जब दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की बातचीत हो रही है। खास बात ये है कि ये बैठक भारतीय क्षेत्र चुशूल में आयोजित की जा रही है। अब तक की पिछली दो बैठकें चीनी पक्ष में मोल्डो में हुई थी।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में जारी तनाव के बीच दोनों देशों में कोर कमांडर लेवल की मीटिंग कल मंगलवार (30 जून) को सुबह साढ़े दस बजे चुशूल के सामने मॉलडो में होगी।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से झड़प कैसे शुरू हुई, आखिर कैसे 10-10 चीनी सैनिकों पर भारत का एक-एक जांबाज भारी पड़ा। उसकी इनसाइड स्टोरी बताया पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने।
तेल विपणन कंपनियों को कश्मीर घाटी में एलपीजी सिलेंडरों की दो महीने की आपूर्ति का स्टॉक रखने का निर्देश देने संबंधी एक सरकारी आदेश को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं।
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