Sunday, December 15, 2024
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Explainer: क्या है OpenAI का ChatGPT-4o, जिसने बढ़ा दी है Google की टेंशन?

OpenAI ने एक बार फिर से ChatGPT-4o लॉन्च करके धूम मचा दिया है। यह AI टूल मल्टीमॉडल पर काम करता है, जिससे यूजर्स टेक्स्ट, इमेज, वीडियो और ऑडियो के जरिए सवाल पूछ सकता है। इसे भविष्य के AI सर्च इंजन के तौर पर देखा जा रहा है।

Written By: Harshit Harsh @HarshitKHarsh
Published : May 15, 2024 14:39 IST, Updated : May 15, 2024 17:47 IST
ChatGPT-4o- India TV Hindi
Image Source : FILE ChatGPT-4o

Explainer: OpenAI ने एक बार फिर से Google की टेंशन बढ़ा दी है। साल 2022 में ChatGPT लॉन्च करने के बाद यह कंपनी चर्चा में आई। जेनरेटिव AI टूल बनाने वाली कंपनी ने अब एक मल्टीमॉडल AI टूल GPT-4o पेश किया है। यह टूल इंसान और मशीन के बीच बातचीत को संभव करता है यानी आप अपने स्मार्टफोन, टैबलेट, PC से इसके जरिए इंसानों की तरह बातचीत कर सकते हैं। यह नया मल्टीमॉडल लैंग्वेज रियल टाइम में टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो के जरिए कन्वर्सेशन करने में सक्षम है।

क्या है ChatGPT-4o (GPT-4o)?

OpenAI CTO मीरा मुराती ने GPT-4o को लॉन्च करते समय एक डेमो वीडियो चलाया था, जिसमें इसके काम करने के तरीके को देखा जा सकता है। कंपनी के CEO Sam Altman ने अपने X हैंडल से इसके बारे में इतना कहा कि GPT-4o के बारे में लिखने के लिए ट्वीट कम पड़ जाएंगे, इसलिए उन्होंने इससे जुड़ा ब्लॉग पोस्ट किया है।

आसान भाषा में समझा जाए तो GPT-4o इंटरनेट यूजर्स के लिए एक ऐसा हथियार है, जिससे वे रियल टाइम में कुछ भी पूछ सकते हैं। इससे सवाल पूछने के लिए ChatGPT की तरह टेक्स्ट तक लिमिट नहीं रह सकते हैं। इस एडवांस जेनरेटिव मल्टीमॉडल AI टूल से आप टेक्स्ट के साथ-साथ ऑडियो और वीडियो के जरिए भी सवाल पूछ सकते हैं। यह टूल रियल टाइम में आपके सवाल का तेजी से जवाब दे सकता है।

OpenAI ने इसका नाम GPT-4o रखा है, जिसमें O का मतलब Omni है यानी यह हर तरह के इंटरेक्शन को समझने की क्षमता है। OpenAI का यह टूल फिलहाल सभी यूजर्स के लिए फ्री है। GPT यूजर्स इस AI टूल से वॉइस, टेक्स्ट, इमेज, वीडियो आदि के जरिए बातचीत कर सकते हैं।

GPT-4o कैसे करता है काम?

OpenAI ने इस टूल की घोषणा करते समय एक डेमो वीडियो दिखाया था, जिसमें देखा जा सकता है कि GPT-4o को कैमरा एक्सेस देने के बाद यह अपने आस-पास की चीजों के बारे में जानकारी स्क्रीन पर शेयर करता है। यही नहीं, यह टूल आपने आस-पास की चीजों के आधार पर खुद कॉन्टेंट जेनरेट कर सकता है। डेमो में देखा गया कि GPT-4o अपने आस-पास की चीजों के लिए खुद से गाना कंपोज कर देता है।

Google की क्यों बढ़ी टेंशन?

जिस तरह ChatGPT के लॉन्च होने के बाद दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों की टेंशन बढ़ गई थी और वो अपना AI मॉडल पेश करने लगे थे। ठीक उसी तरह OpenAI के इस नए AI टूल के आने के बाद Google समेत अन्य टेक कंपनियों की टेंशन बढ़ गई है। हालांकि, गूगल ने 14 मई 2024 को आयोजित डेवलपर्स कांफ्रेंस में अपना मल्टीमॉडल AI टूल Project Astra पेश किया है। साथ ही, GeminiAI के एडवांस वर्जन को भी लॉन्च किया है। गूगल का Project Astra भी GPT-4o की तरह की काम करता है।

गूगल ने इस टूल का एक डेमो वीडियो जारी किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि Project Astra को कैमरा एक्सेस मिलने के बाद कमरे में रखी गई चीजों की जानकारी स्क्रीन पर उपलब्ध करा रहा है। इसके अलावा यह टूल आस-पास रखी चीजों को देखने के बाद याद भी रखता है। आप इससे जब भी उससे जुड़े सवाल पूछेंगे यह सही जबाब देता है। ChatGPT-4o को यूजर्स AI Search Engine के तौर पर देख रहे हैं, जो Google Search के मुकाबले एडवांस है। वहीं, Project Astra को Google Search में इंटिग्रेट किया जाएगा या नहीं इसके बारे में गूगल ने कुछ कंफर्म नहीं किया है।

 

 

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