सोनू सूद प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए लगातार उनकी मदद कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में 1,000 बसें मुहैया कराने का प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा खारिज कर दिए जाने के बावजूद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य के 44,000 से अधिक प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम 15 दिन का वक्त देते हैं, ताकि राज्यों को प्रवासी श्रमिकों के परिवहन को पूरा करने की अनुमति दी जा सके। इसके साथ ही सभी राज्य रिकॉर्ड पर बताएं कि वे कैसे रोजगार और अन्य प्रकार की राहत प्रदान करेंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि इसपर आरपीएफ आरक्षक दौड़ लगाकर स्टेशन के बाहर एक दुकान से दूध का पैकेट लेकर पहुंचा, लेकिन इधर ट्रेन प्लेटफॉर्म पर चलने लगी थी।
देश में कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच प्रवासी श्रमिकों के अपने राज्य लौटने से कई निर्माण कंपनियों का काम समय पर नहीं हो रहा है और वे उन्हें वापस बुलाने के लिए विमान टिकट और अतिरिक्त भुगतान का प्रलोभन दे रही हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र से अपील की है कि वह कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए संकट के मद्देनजर प्रवासी श्रमिकों को 10-10 हजार रुपए दे।
नोएडा सेक्टर 50 में रहने वाली 12 साल की निहारिका द्विवेदी ने मानव सेवा की अनोखी मिसाल पेश की है।
देशभर में 25 मार्च से 31 मई के बीच लॉकडाउन के दौरान करीब 200 प्रवासी कामगारों की मौत घर लौटने के दौरान 1,461 सड़क दुर्घटनाओं में हुई है।
बिहार सरकार ने प्रदेश लौटने वाले श्रमिकों को 14 दिन पृथक-वास में रखने के लिए उनका पंजीकरण सोमवार से बंद कर दिया है क्योंकि देश भर में लोगों की आवाजाही शुरू हो गयी है।
सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत कार्यकर्ता अनिल गलगली ने इस आशय की जानकारी सरकार से मांगी थी।
सोनू सूद लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कांग्रेस ने बस के नाम पर प्रवासी श्रमिकों के साथ भद्दा मजाक किया, जिंदगी भर इन्होंने देश की जनता के साथ चीटिंग की।
पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा ने सोनू सूद की इस नेक काम के लिए तारीफ की है। उन्होंने उनकी डेब्यू फिल्म के भगत सिंह के लुक में तस्वीर शेयर की है।
सोनू सूद प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए लगातार उनकी मदद कर रहे हैं।
सोनू ट्विटर पर भी काफी एक्टिव हैं। वो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी प्रवासी मजदूरों से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन लागू किया गया है। इस वजह से लोग जहां हैं, वहीं फंस गए हैं।
यह स्पष्टीकरण तब आया है जब विलंब को लेकर यहां तक कह दिया गया कि प्रवासी ट्रेनें अपने गंतव्य पर पहुंचने से पहले ही गायब हो रही हैं। यादव के अनुसार 28 मई तक 3840 ट्रेनों ने 52 लाख यात्रियों को पहुंचाया।
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने तीन-तीन लाख नौकरियों की व्यवस्था करेंगे, जबकि नरेडको और लघु उद्योग भारती ने ढाई-ढाई लाख नौकरियों का सृजन करेंगे।
27 मई तक 19,04,784 प्रवासी पहुंच चुके हैं। 27 मई के बाद से 31 मई तक कुल 160 और ट्रेनों से 2,64,000 लोग प्रदेश में लौटने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में बृहस्पतिवार की शाम को दिल्ली से गांव लौटे एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई। प्रवासी मजदूर पीर अली दिल्ली में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था।
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