प्रत्येक प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है, लेकिन शनि प्रदोष होने से आज के दिन शनिदेव की विशेष रूप से उपासना की जायेगी |
आज चैत्र कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और दिन शुक्रवार है। आपको बता दें कि हर माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत होता है।
शुक्रवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष को शुक्र प्रदोष कहा जायेगा। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से आज किए जाने वाले ख़ास उपायों के बारे में।
चैत्र कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और दिन शुक्रवार है। त्रयोदशी तिथि शुक्रवार को पूरा दिन पूरी रात पार कर शनिवार भोर 4 बजकर 28 मिनट तक रहेगी।
शुक्र प्रदोष व्रत बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन आप भगवान शिव की विधि-विधान के साथ पूजा करके उनकी कृपा पा सकते हैं। जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
फाल्गुन कृष्ण पक्ष की उदया तिथि द्वादशी और दिन बुधवार है। द्वादशी तिथि दोपहर 2 बजकर 41 मिनट रहेगी। इसके साथ ही बुध प्रदोष व्रत भी है।
बुधवार को पड़ने वाले प्रदोष को बुध प्रदोष के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि बुध प्रदोष का व्रत करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
आज भौम प्रदोष व्रत है। आज पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 7 बजकर 1 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा | साथ ही आज दोपहर 2 बजकर 39 मिनट तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा |
कमजोर मंगल को ताकतवर बनाने, अशुभ मंगल को शुभ बनाने और शुभ मंगल को शुभ के साथ-साथ और भी ताकतवर बनाने के लिये भौम प्रदोष एक सुनहरा अवसर है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से इन उपायों के बारे में।
कमजोर मंगल को ताकतवर बनाने, अशुभ मंगल को शुभ बनाने और शुभ मंगल को शुभ के साथ-साथ और भी ताकतवर बनाने के लिये भौम प्रदोष एक सुनहरा अवसर है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से इन उपायों के बारे में।
शास्त्रों में मंगलवार और शनिवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष का अत्यधिक महत्व होता है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार इस बार त्रयोदशी तिथि के साथ मंगलवार का दिन भी है और मंगल का एक नाम भौम है। अतः इस दिन को भौम प्रदोष व्रत रखा जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2021 का दूसरा माह फरवरी शुरू हो चुका है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार ये महीना काफी शुभ माना जाता है। जानिए व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट।
मंगलवार होने के कारण भौम प्रदोष व्रत है। भौम का सीधा संबंध कर्ज से है यानि कि इस दिन व्रत करने से जातक को कर्ज से मुक्ति मिलेगा साथ ही मंगल सबंधी समस्यायों से भी छुटकारा मिलेगा।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और रविवार का दिन है। त्रयोदशी तिथि पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 6 बजकर 21 मिनट तक रहेगी। इसके साथ ही शाम 4 बजे तक साध्य योग रहेगा। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा करें।
प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत किया जाता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा करनी चाहिए। किसी भी प्रदोष व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है।
शनि प्रदोष व्रत है और शनि प्रदोष के दिन भगवान शंकर के साथ ही शनिदेव की पूजा का बड़ा ही महत्व है। इस बार शनि प्रदोष व्रत 12 दिसंबर को पड़ रहा है।
शनिवार के दिन त्रयोदशी तिथि पड़ती है, तो वह प्रदोष, शनि प्रदोष कहलाता है। अतः आज शनि प्रदोष व्रत है और शनि प्रदोष के दिन भगवान शंकर के साथ ही शनिदेव की पूजा का बड़ा ही महत्व है।
प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा करने का विधान है। आज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ ही जो व्यक्ति प्रदोष व्रत करता है,
हर माह के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत किया जाता है। इस व्रत में प्रदोष काल का बहुत महत्व होता है। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
आज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ ही जो व्यक्ति प्रदोष व्रत करता है, उसे जीवन में वैभव और सभी सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा।
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