
Pradosh Upay: प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत करने का विधान है। प्रदोष व्रत की पूजा त्रयोदशी तिथि में पड़ने वाली संध्या यानि प्रदोष काल में किया जाता है।
इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। शिव भक्तों में इस व्रत का काफी महत्व है। प्रदोष भगवान शिव को बेल पत्र, पुष्प, धूप-दीप और भोग आदि चढ़ाने के बाद शिव मंत्र का जप करना चाहिए। पूजा आदि के बाद प्रदोष काल के समय भी पुनः इसी प्रकार से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही प्रदोष व्रत के दिन
शिव जी के निमित्त कुछ विशेष उपाय करने से अलग-अलग फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं प्रदोष व्रत के दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।
- अपने दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए प्रदोष व्रत के दिन शिव मंदिर में जाकर, शिवजी और माता पार्वती पर एक साथ मौली यानि कलावे को सात बार लपेट दें और ध्यान रहे कि सात बार धागा लपेटते हुए उसे बीच में तोड़ना नहीं है, जब पूरा सात बार लपेट दें, तभी हाथ से धागे को तोड़ें। एक बात और कि धागा तोड़ने के बाद उसमें गांठ न लगाएं, उसे ऐसे ही वहां लपेटकर छोड़ दें।
- अपने किसी विशेष कार्य की सफलता के लिए प्रदोष व्रत के दिन दूध में थोड़ा-सा केसर मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और दूध चढ़ाते समय मन ही मन 'ऊँ नमः शिवाय' मंत्र का जप करें।
- अपने बच्चों के साथ अपने रिश्ते बेहतर करने के लिए प्रदोष व्रत के दिन एक कटोरी में थोड़ा शहद लें और उसमें से उंगली की मदद से शहद निकालकर शिवजी को भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद उस कटोरी में बचे हुए शहद को अपने हाथों से अपने बच्चों को खिला दें।
- अगर आप किसी बात को लेकर मानसिक रूप से परेशान हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय शिव मंदिर में जाकर या घर पर ही भगवान शंकर की मूर्ति या तस्वीर के आगे आसन बिछाकर बैठ जायें और गहरी सांस लेते हुए 'ऊँ' शब्द का सस्वर 5 बार उच्चारण करें। देखिये इस प्रकार उच्चारण करना है- ओ...ओ...ओ....ओ......म., यानि ओ... की ध्वनि को लंबा खींचना है और म अपने आप ही सांस छोड़ते हुए मुंह से निकल जाएगा।
- अगर आपको बिजनेस इंवेस्टमेंट करने में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर को 11 बेलपत्र अर्पित करें। प्रदोष व्रत के दिन ऐसा करने से बिजनेस इंवेस्टमेंट संबंधी आपकी सारी परेशानियों का हल जल्दी ही निकलेगा।
- अपने परिवार की सुख-शांति के लिए प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय शिव मंदिर में जाकर घी का एक दीपक और तेल का एक दीपक जलाएं। आपको बता दें कि घी का दीपक देवताओं को प्रसन्न करने के लिए होता है जबकि तेल का दीपक अपनी कामनाओं की पूर्ति के लिए होता है। साथ ही घी के दीपक में रूई की खड़ी सफेद बत्ती लगाएं और तेल के दीपक में पड़ी हुई बत्ती, यानि लेटी हुई लाल बत्ती लगाएं।
- अपनी अच्छी सेहत को बरकरार रखने के लिए प्रदोष व्रत के दिन शिव मंदिर में जाकर भगवान को सूखा नारियल अर्पित करें और साथ ही अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए शिवजी से प्रार्थना करें। अगर नारियल अर्पित करने के लिए आप प्रदोष काल में यानि शाम के समय शिव मंदिर जाएं तो और भी श्रेष्ठ होगा।
- अपनी धन-संपत्ति में वृद्धि के लिए प्रदोष व्रत के दिन सवा किलो साबुत चावल और कुछ मात्रा में दूध लेकर शिव मंदिर में दान करें। प्रदोष व्रत के दिन ऐसा करने से आपकी और आपके परिवार की धन-संपत्ति में
वृद्धि होगी।
- अगर आप किसी मुकदमे में फंसे हैं और उसके चलते आपकी परेशानियां घटने के बजाय बढ़ती जा रही हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन धतूरे के पत्ते को पहले साफ पानी से धो लें, फिर उन्हें दूध से धोकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
- अगर आप अपने शत्रुओं से परेशान हैं और उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो प्रदोष व्रत के दिन शमी पत्र को साफ पानी से धोकर शिवलिंग पर अर्पित करें और 'ऊँ नमः शिवाय' मंत्र का 11 बार जप करें।
- अपने दांपत्य जीवन में मिठास घोलने के लिए प्रदोष व्रत के दिन शिवजी को दही में शहद मिलाकर, उसका भोग लगाएं। प्रदोष व्रत के दिन ऐसा करने से आपके दांपत्य जीवन में मिठास बढ़ेगी।
- अगर किसी कारणवश आपके मन पसंद विवाह में लंबे समय से समस्याएं आ रही हैं, तो उन समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए प्रदोष व्रत के दिन स्नान आदि के बाद शिव जी को प्रणाम करें और उनके सामने आसन बिछाकर बैठ जाएं। फिर शिव जी के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है- ॐ नम: शिवाय। जप पूरा होने के बाद भगवान को पुष्प अर्पित करें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7:30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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