हिंदू शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव और रामजी एक बार युद्ध के मैदान में आमने-सामने आए थे। ये युद्ध क्यों हुआ था और इसका नतीजा क्या निकाल, आइए जानते हैं विस्तार से।
Masik Shivratri Remedies: मासिक शिवरात्रि का व्रत 7 अप्रैल को रखा जा रहा है। इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए और जीवन में खुशहाली लाने के लिए क्या उपाय आपको करने चाहिए, आइए जानते हैं हमारे इस लेख में।
Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि अप्रैल के महीने में 7 तारीख को है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में खुशहाली आती है। इस दिन पूजा का शुभ-मुहूर्त कब है और पूजा की विधि क्या है आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
Shani Pradosh Vrat: साल 2024 का पहला शनि प्रदोष व्रत 6 अप्रैल को है। इस दिन ब्रह्म योग भी है, शिव जी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन आपको कैसे उनकी आराधना करनी चाहिए, विस्तार से जानें हमारे लेख में।
Pradosh Vrat 2024: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की उपासना करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं कि किस विधि के साथ प्रदोष व्रत की पूजा करना शुभ और फलदायी रहेगा।
Rangbhari Ekadashi 2024: फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन रंगभरी एकादशी मनाई जाती है। इस दिन काशी में बाबा विश्वनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। तो आइए जानते हैं कि रंगभरी एकादशी के महत्व के बारे में।
18 मार्च 2024 को सोमवार और आर्द्रा नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। यह नक्षत्र और सोमवार का दिन दोनों भगवान शिव को समर्पित है। आचार्य इंदु प्रकाश के बताए हुए इन उपायों को सोमवार के इस शुभ दिन जरूर करें, भोलेनाथ की कृपा से आपका बेड़ा तो पार होगा ही साथ ही साथ सुख-समृद्धि का भी आशीर्वाद मिलेगा।
आज सभी शिव भक्तों ने महाशिवरात्रि का व्रत रखा है। जिस तरह इस पर्व का व्रत रखने का महत्व है उसी प्रकार इसका नियमानुसार व्रत खोलने का भी विधान है। हिंदू पंचांग के अनुसार जानिए महाशिवरात्रि के व्रत का पारण कब किया जाएगा और क्या है इसकी विधि।
आज महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शिवलिंग पूजन का विशेष महत्व है। आज शिवलिंग पूजन के लिए रात्रि में कुछ विशेष मुहूर्त हैं। इस दौरान शिवलिंग पूजन करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए आज महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पूजन का रात्रि शुभ मुहूर्त क्या है और किस विधि से करें पूजा।
भगवान शिव की कृपा पाने के लिए और अनेक शुभ फलों की प्राप्ति के लिए रुद्राक्ष पहनना बेहत लाभदायक माना जाता है। आज महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर हम आपको धार्मिक मान्यता के अनुसार बताएंगे कि रुद्राक्ष का उदगम कैसे हुआ और इसे पहनते समय किन नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है।
आज महाशिवरात्रि का अति पावन पर्व है, इस शुभ अवसर पर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से अनंत जन्मों के पाप मिट जाते हैं और भोले भंडारी की कृपा से जीवन के समस्त भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। अगर आप आज के दिन रुद्राभिषेक कर रहे हैं, तो इन पूजा सामग्रियों को जरूर करें शामिल और साथ ही जानिए इसकी विधि।
आज 8 मार्च 2024 महापर्व शिवरात्रि का है, भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित यह पर्व देश भर में बड़े धूम-धाम से मनाया जाएगा। क्या आप जानते हैं महाशिवरात्रि की पूजा आखिर चार प्रहर में क्यों की जाती है और क्या है इसके पीछे की वजह? आइए आज हम आपको इसकी धार्मिक मान्यता के बारे में बताने जा रहे हैं।
8 मार्च 2024 को शिवरात्रि के महापर्व पर कई शुभ योगों का निर्माण एकसाथ हो रहा है। यदि आप धनवान बनना चाहते हैं और जीवन के समस्त दुःखों से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आचार्य इंदु प्रकाश द्वारा बताए गए शिव मंत्रों का जाप और उपायों को अपनी राशि के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन जरूर करें।
महाशिवरात्रि का महापर्व 8 मार्च 2024 दिन शुक्रवार को बड़े धूम-धाम से मनाया जाएगा। इस दिन महादेव की पूजा करने से वह शीघ्र प्रसन्न होते हैं, महाशिवरात्रि के दिन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं, आज हम आपको पूजा पद्धित के अनुसार यह बताने जा रहे हैं।
महादेव की कृपा पाने के लिए इस बार महाशिवरात्रि के पर्व से बड़ा त्योहार भला क्या हो सकता है। इस महाशिवरात्रि इन चीजों का दान अवश्य करें, जिसे आज हम आपको बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं पूजा पद्धति के अनुसार इस दिन क्या दान कर सकते हैं और इससे क्या लाभ मिलेगा।
भोले भंडारी को प्रसन्न करने के लिए महाशिवरात्रि से महत्वपूर्ण पर्व कोई हो ही नहीं सकता है, यह वर्ष का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यदि इस दिन आप भगवान शिव को उनके पंसदीदा फूल चढ़ाते हैं तो इससे आपको कई सारे लाभ प्राप्त होंगे। आइए जानते हैं पूजा पद्धति के अनुसार किस फूल से कौन सा लाभ प्राप्त होगा।
महाशिवरात्रि आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। यह पर्व 8 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। भगवान शिव से संबंधित कुछ पेड़-पौधे भी हैं, मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर इनकी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
इस बार महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक साथ पड़ रहे हैं। माना जा रहा है कि इस दुर्लभ संयोग में व्रत रखने और महादेव की आराधना करने से कई गुना लाभ प्राप्त होगा और भोलेनाथ की असीम कृपा भी मिलेगी। इस दिन व्रत के किन नियमों का पालन करना चाहिए और कैसे करें शिव वंदना आइए जानते हैं।
भोलेनाथ को समर्पित महाशिवरात्रि का त्योहार आने में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। आज हम आपको पौराणिक कथा के अनुसार बाताएंगे कि बेलपत्र चढ़ाने मात्र से क्यों भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं और उनको बेलपत्र क्यों चढ़ाया जाता है।
महादेव की नगरी काशी में ज्ञानवापी परिसर के अंदर स्थित व्यास जी का तहखाना क्या है और इसके अंदर किस देवी-देवता की पूजा होती है। साथ ही जानिए इसमें कौन करता है यहां पूजा।
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