चीन ने पाकिस्तान के दोस्त मलेशिया पर दक्षिण चीन सागर में किए जा रहे प्रोजेक्ट्स के काम पर अपना ऐतराज जताया। इस पर मलेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम का कहना है कि चीन सागर के के एक इलाके में मलेशियाई सरकारी एनर्जी फर्म पेट्रोनास की गतिविधियों पर चीन ने आपत्ति जताई है।
फिलीपींस तटरक्षक ने एक बयान में कहा कि फिलीपींस के कब्जे वाले दूसरे थॉमस शोल के पास छह फरवरी को फिलीपीन तटरक्षक के बीआरपी मलपास्कुआ गश्ती जहाज को रोकने के लिए चीनी तटरक्षक जहाज खतरनाक तरीके से उससे लगभग 150 गज की दूरी पर आ गया था।
US-Japan Alliance: चीन की विस्तारवादी नीति सिर्फ ताइवान और भारत के लिए ही नहीं, बल्कि जापान के लिए भी खतरा बन रही है। लिहाजा जापान अभी से सतर्क हो गया है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से शांत अवस्था में बैठा जापान पहली बार हरकत में नजर आ रहा है।
US and China Fighter Jets in South China Sea: ताइवान पर उपजे तनाव के चलते अमेरिका और चीन के बीच दुश्मनी लगातार बढ़ती ही जा रही है। चीन अमेरिका को हर क्षेत्र में चुनौती देने पर आमादा है तो वहीं अमेरिका चीन की दादागीरी को खत्म करने के लिए कुछ भी करने को तैयार है।
China Launched Ballistic Missiles & US on Target: दक्षिण चीन सागर में ड्रैगन की चाल पूरी तरह कामयाब हो गई तो अमेरिका की खैर नहीं होगी। ड्रैगन अब दक्षिण चीन सागर में बैठे-बैठे अमेरिका के कई बड़े शहरों को मिनटों में उड़ाने की क्षमता हासिल कर चुका है।
US China Philippines: कमला हैरिस के फिलीपींस दौरे से अमेरिका और चीन के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ सकता है। जो हाल में ही दोनों देशों के राष्ट्रपति जो बाइडेन और शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद कम होता नजर आ रहा था।
South China Sea Controversy:पूरे दक्षिण चीन सागर पर चीन आखिर क्यों अपना दावा ठोकता रहा है। आखिर चीन ने क्यों इस सागर के कई फ्लैश प्वाइंट पर अपने लड़ाकू जेट, क्रूज मिसाइल और रडार प्रणाली की तैनाती कर चुका है।
Philippines & US in South China Sea: अमेरिका और चीन के बीच ताइवान पर तनाव का दौर जारी है। ताइवान पर अमेरिका जिस तरह से लगातार दखलंदाजी कर रहा है और चीन उसे रोकने का प्रयास कर रहा है, उससे दोनों देशों में युद्ध की स्थिति बनती जा रही है।
China war preparation: ताइवान का मामला क्या इतना अधिक गंभीर हो चुका है कि अब अमेरिका और चीन युद्ध के मुहाने पर आ खड़े हैं। आखिर क्या वजह है कि चीन अभी से युद्ध की तैयारियों में जुट गया है।
South China Sea: 2018 में पांच एशियाई देशों ने 87 फीसदी ईंधन आयात की आपूर्ति की है। ये देश हैं दक्षिण कोरिया (27 फीसदी), सिंगापुर (26 फीसदी), जापान (15 फीसदी) मलेशिया (10 फीसदी) और ताइवान (9 फीसदी)। शेष आयात भारत (6 फीसदी), मध्य पूर्व (1 फीसदी) और वियतनाम और फिलीपींस (6 फीसदी) सहित विश्व से आया है।
America Vs China: मनीला में चीनी दूतावास ने कहा कि वह अमेरिकी नौसेना प्रमुख कार्लोस डेल टोरो की टिप्पणी की कड़ी निंदा करता है। जिसमें “चीन के खिलाफ निराधार आरोप लगाए और दुर्भावनापूर्ण बयान दिए गए थे, इसने “चीन के खतरे” को बढ़ा दिया।
भारत की बात करें तो पूर्वी लद्दाख में 2020 में पैदा हुए गतिरोध के बाद से चीन के साथ उसके रिश्तों में तनाव रहा है।
दक्षिण चीन सागर में तैनात अमेरिकी नौसेना की एक पनडुब्बी हादसे का शिकार हो गई। निगरानी के लिए तैनात इस पनडुब्बी की टक्कर किसी वस्तु से हुई जिससे सबमरीन में सवार कई नौसैनिक घायल हो गए।
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन समुद्री सुरक्षा को अत्यंत महत्व देता है और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग वाली सामान्य समुद्री सुरक्षा अवधारणा की पैरवी करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की समुद्री सुरक्षा को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक में अमेरिका और चीन आपस में भिड़ गए। समुद्री सुरक्षा पर एक उच्च स्तरीय बैठक में दक्षिण चीन सागर में चीनी कार्रवाई को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तीखी बहस हुई।
अमेरिका के सातवें बेड़े ने एक बयान में कहा कि मंगलवार के अभ्यास का उद्देश्य कमान और नियंत्रण क्षमताओं के बीच सामंजस्य बढ़ाना है।
दक्षिणी चीन सागर में ड्रैगन की दादागिरी को इस बार इंडोनेशिया ने जबर्दस्त चोट पहुंचाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडोनेशिया ने अपने एक्सक्लूसिव इकनॉमिक जोन में घुस आए एक चीनी जहाज का जबर्दस्त विरोध करते हुए उसे वहां से भागने पर मजबूर कर दिया।
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में बीते 15 जून को हुई हिंसक झड़प के बाद भारतीय नौसेना ने बड़ा कदम उठाते हुए दक्षिण चीन सागर में अपना एक फ्रंटलाइन वॉरशिप (जंगी जहाज) तैनात कर दिया है।
चीन की सेना ने दक्षिणी चीन सागर में दो मिसाइलों का परीक्षण किया जिसमें एक “कैरियर मिसाइल” भी शामिल थी।
चीन की आक्रामक नीतियां इस समय भारत के साथ-साथ दुनिया के कई देशों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। इस बीच एक ऐसी सैटेलाइट तस्वीर सामने आई है, जो ड्रैगन के खतरनाक इरादों की पोल खोलती है।
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