Friday, March 29, 2024
Advertisement

देश में पहली बार ChatGpt से हुई नकल, SIT ने किया बड़ा खुलासा

हैदराबाद: तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (TSPSC) के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में खुलासा हुआ है। देश में पहली बार उम्मीदवारों ने सिस्टम को धोखा देने के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया।

IndiaTV Hindi Desk Edited By: IndiaTV Hindi Desk
Published on: May 30, 2023 18:39 IST
सांकेतिक फोटो- India TV Hindi
Image Source : FILE सांकेतिक फोटो

हैदराबाद: तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (TSPSC) के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में खुलासा हुआ है। देश में पहली बार उम्मीदवारों ने सिस्टम को धोखा देने के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया। 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के मुताबिक,  मामले की जांच कर रहे रहे विशेष जांच दल (SIT) ने पाया है कि सहायक कार्यकारी अभियंता (AEE) और मंडल लेखा अधिकारी (DAO) की भर्ती के लिए प्रश्न पत्र देखने के बाद एक आरोपी ने जवाब पाने के लिए AI का इस्तेमाल किया। इसके बाद जब कैंडिडेट्स परीक्षा दे रहे थे तब उसने ब्लूटूथ ईयरबड का उपयोग कर उम्मीदवारों को आंसर बताए। SIT ने जब पेड्डापल्ली में तेलंगाना स्टेट नॉर्दर्न पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के डिविजनल इंजीनियर 35 वर्षीय पूला रमेश को हिरासत में लिया, तो उसके बाद एसआईटी को इस मामले का पता चला।

'प्रत्येक से 40 लाख में हुआ था सौदा तय'

रमेश को कम से कम तीन परीक्षाओं के लीक हुए प्रश्नपत्रों तक पहुंच मिली और उनमें से दो के उत्तर पाने के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया। जांच से जुड़े सूत्रों के अनुसार, रमेश ने 22 जनवरी और 26 फरवरी को आयोजित दो परीक्षाओं में बैठे सात उम्मीदवारों को उत्तर देने के लिए एक विस्तृत योजना बनाई। उसने सभी सातों को ब्लूटूथ माइक्रो ईयरपीस यूज करने के लिए दिया।

जांच के मुताबिक परीक्षा केंद्र के एक प्राचार्य ने प्रश्नपत्रों की तस्वीरें खींचीं और उन्हें परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट बाद रमेश को भेज दिया। रमेश, जो अपने चार सहयोगियों के साथ दूसरे स्थान पर बैठा था, सही आंसर पाने के लिए चैटजीपीटी का उपयोग करता था और उन्हें उम्मीदवारों तक पहुंचाता था। सात में से प्रत्येक कथित रूप से पास करने में मदद करने के लिए उसे 40 लाख रुपये देने पर सहमत हुए थे।

'30 से ज्यादा उम्मीदवारों को 25 से 30 लाख रुपए में बेचा'
हालाँकि, रमेश को 5 मार्च को सहायक अभियंता (सिविल) परीक्षा के लिए ChatGPT (चैट जनरेटिव प्री-ट्रेनिंग ट्रांसफ़ॉर्मर) का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि उन्हें बिजली विभाग में एक कनिष्ठ सहायक पूला रवि किशोर से, लीक हुआ प्रश्न पत्र बहुत पहले मिल गया था। 

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "रमेश ने लीक हुए प्रश्नपत्र को 30 से ज्यादा उम्मीदवारों को 25 से 30 लाख रुपए में बेचा।" रमेश को कुछ सरकारी कर्मचारियों सहित 35 से ज्यादा उम्मीदवारों से 10 करोड़ रुपये बनाने की उम्मीद थी। मार्च की शुरुआत में जब तक घोटाले का पर्दाफाश हुआ, तब तक उन्हें करीब 1.1 करोड़ रुपये मिल चुके थे। मंगलवार को उसकी गिरफ्तारी की संभावना है।

ये भी पढ़ें- किस देश में है दुनिया का सबसे बड़ा संसद भवन?

 

Latest Education News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें एजुकेशन सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement