सोशल मीडिया पर यूजीसी के नाम एक नोटिस बहुत वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि 'युद्ध की स्थिति' के कारण सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और छात्रों को घर लौटने की सलाह दी गई है। हालांकि, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने नोटिस को फर्जी बताया है। इसको लेकर UGC ने सभी छात्रों, अभिभावकों और शैक्षणिक संस्थानों को चेतावनी जारी की है। यूजीसी ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकाकी साझा की।
एक्स पर अपने ऑफिशियल हैंडल से यूजीसी ने स्पष्ट किया कि उसके नाम से एक मनगढ़ंत नोटिस प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि युद्ध की स्थिति के कारण सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और छात्रों को घर लौटने की सलाह दी गई है। परीक्षा निकाय ने छात्रों को केवल यूजीसी के आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों और वेबसाइट पर भरोसा करने की सलाह दी है। इसके अलावा, यूजीसी ने चेतावनी दी कि गलत सूचना फैलाना एक दंडनीय अपराध है और सभी से झूठी सूचनाओं के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया।
यह स्पष्टीकरण भारत के सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सोशल मीडिया पर फैल रही युद्ध संबंधी अफवाहों और गलत सूचनाओं की लहर के जवाब में आया है। हालांकि, कुछ एहतियाती बंदियां हुई हैं, जैसे कि कश्मीर विश्वविद्यालय ने अपनी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं लेकिन देश भर में कोई परीक्षा रद्द नहीं हुई है। प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) झूठे दावों को सक्रिय रूप से संबोधित कर रहा है और UGC ने इस बात पर जोर दिया है कि सभी पुष्ट घोषणाएं आधिकारिक चैनलों के माध्यम से प्रसारित की जाएंगी। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी नियोजित परीक्षाओं की तैयारी मूल समय सारिणी के अनुसार करते रहें जब तक कि उन्हें आधिकारिक सूचना न मिल जाए
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