-
Image Source : Instagram
इडंस्ट्री के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले राजेश खन्ना ने फ्लॉप फिल्म से डेब्यू किया था। अपने शानदार फिल्मी करियर में सफलता मिलने के पहले उन्हें कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा था। अपने करियर की शुरुआत में फ्लॉप देने वाले सुपरस्टार की इस डिजास्टर फिल्म के भी तीन रीमेक बने थे। कई फ्लॉप देकर साल 1969 में उनकी किस्मत चमक उठी।
-
Image Source : Instagram
हिंदी सिनेमा में राजेश खन्ना की शुरुआत भले ही कमाल की नहीं रही, लेकिन वक्त बदलते देर नहीं लगती है। साल 1969 में एक रोल ने उन्हें रातों-रात आईकॉनिक स्टार बन दिया। इस फिल्म से राजेश खन्ना बॉलीवुड इंडस्ट्री के सुपरस्टार बन गए और उन्हें बैक-टू-बैक कई मेकर्स ने अपनी बिग बजट फिल्म में कास्ट करने का ऑफर भी दिया।
-
Image Source : Instagram
बॉलीवुड में हर शुक्रवार को बॉक्स ऑफिस पर धमाल मच जाता है क्योंकि सिनेमाघरों में कई तरह की नई फिल्म रिलीज होती है। सिल्वर स्क्रीन पर रिलीज होने वाली सभी फिल्मों में से कुछ ही ऐसी होती हैं जो दर्शकों का दिल जीत पाती हैं। ऐसे में अगर कोई एक्टर या एक्ट्रेस बॉक्स ऑफिस कब्जा करने में कामयाब हो जाते हैं। उन्हें सुपरस्टार का खिताब मिल जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ राजेश खन्ना के साथ, जिन्हें बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार कहा जाता है, जिन्होंने 1969 से 1971 के बीच लगातार 17 हिट फिल्में देकर दिग्गज का दर्जा हासिल किया था।
-
Image Source : Instagram
3 सालों में रिलीज हुई 17 फिल्मों में से एक ऐसी फिल्म भी है, जिसने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर करोड़ों की कमाई की बल्कि 100 दिनों तक सिनेमाघरों में चलने वाली पहली हिंदी फिल्म भी बनी। हम बात कर रहे हैं 1969 की रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'आराधना की', जिसमें शर्मिला टैगोर और राजेश खन्ना साथ में दिखाई दिए थे। इसी फिल्म ने राजेश खन्ना को इंडस्ट्री का सरताज बना दिया था।
-
Image Source : Instagram
जब 'आराधना' रिलीज हुई तो किसी ने नहीं सोचा था कि यह फिल्म हिट नहीं बल्कि ब्लॉकबस्टर साबित होगी, जिसने राजेश खन्ना के स्टारडम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया और भारत के सबसे बड़े सुपरस्टारों में से एक के रूप में पहचान दिलाई।
-
Image Source : Instagram
'आराधना' 1946 की अमेरिकी फिल्म 'टू ईच हिज ओन' पर आधारित थी। राजेश खन्ना के प्रशंसकों को यह फिल्म बहुत पसंद आई, जिसके कारण फिल्म सिनेमाघरों लंबे समय तक लगी रही और यह सिलसिला तीन महीने से अधिक समय तक चलता रहा,यानी एक ही फिल्म 100 दिनों तक सिनेमाघरों में दिखाई थी।
-
Image Source : Instagram
'आराधना' ने 17वें फिल्मफेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का फिल्मफ़ेयर पुरस्कार जीता। शर्मिला टैगोर ने भी अपना एकमात्र फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार जीता। 'आराधना' की सफलता के कारण दो रीमेक भी बने, तमिल भाषा में फिल्म 'शिवगामीन सेलवन' (1974), और तेलुगु में 'कन्नवारी कलालु' (1974) के नाम से बनी थी।
-
Image Source : Instagram
1969 में 'आराधना' एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई और इस फिल्म का बजट महज 80 लाख था, लेकिन रिलीज होते ही इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था और दुनिया भर में 7 करोड़ का शानदार कलेक्शन किया।