Friday, April 26, 2024
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World Malaria Day 2022: सबसे पहले चीन में मिला था मलेरिया का केस, ऐसे हुई थी इस दिन की शुरुआत, जानें इस बार की थीम

25 अप्रैल 2008 पहली बार 'विश्व मलेरिया दिवस' का आयोजन किया गया था। यूनिसेफ ने इस दिन की शुरुआत की गई थी।

India TV Health Desk Written by: India TV Health Desk
Published on: April 25, 2022 11:27 IST
World Malaria Day- India TV Hindi
Image Source : FREEPIK World Malaria Day

हर साल विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस साल आज के दिन यानी 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जा रहा है। आज के समय कई देश इस खतरनाक बीमारी से लड़ रहे हैं। हर साल मलेरिया लाखों लोगों को निगल लेता है। मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से होती है।

जानें क्या है विश्व मलेरिया दिवस का इतिहास-

25 अप्रैल 2008 पहली बार 'विश्व मलेरिया दिवस' का आयोजन किया गया था। यूनिसेफ ने इस दिन की शुरुआत की गई। हर साल पूरे विश्व में इस रोग से कई लोग जान गवां देते हैं यहीं कारण है इस दिन को मनाने की वजह, जिससे लोग इस घातक बीमारी से के प्रति जागरूक रहें। मरने वालों में ग्रामीण और अविकसित क्षेत्र के लोगों की संख्या अधिक होती है। 

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मलेरिया का इतिहास-
‘मलेरिया’ इटालियन भाषा के शब्द ‘माला’+’एरिया’ से बना है। इस मतलब बुरी हवा होता है। ऐसा माना जाता है इस बीमारी को सबसे पहले चीन में पाया गया था, जहां इसे उसे समय दलदली बुखार कहा जाता था, क्योंकि यह बीमारी गंदगी से पनपती है। साल 1880 में मलेरिया पर सबसे पहला अध्ययन वैज्ञानिक चार्ल्स लुई अल्फोंस लैवेरिन ने किया। 

इस साल की थीम-
हर साल इसे लेकर एक थीम रखी जाती है, जिसपर फिर देश के विभिन्न चिकित्सक, वैज्ञानिक, विशेषज्ञ जिसपर कार्य करते हैं।  इस बार की थीम है "मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें"। इसको रखने का उद्देश्य यह है कि इस बीमारी को देश से उखाड़ फेंकना है और देश को मलेरिया मुक्त बनाना है।

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मलेरिया होने का कारण-
मलेरिया बरसात के मौसम में होने वाली सबसे आम लेकिन गंभीर बीमारी है। बरसात के मौसम में जगह-जगह जलभराव होता है जिससे मच्छर पनपते हैं। इन्हीं मच्छरों को काटने से मलेरिया होता है। इस मच्छर को मादा ऐनाफिलिज कहते हैं। इसी के काटने से व्यक्ति मलेरिया से संक्रमित हो जाता है। इससे बचने के लिए सबसे अच्छा उपाय अपने आसपास साफ-सफाई का खास ध्यान रखना है। 

मलेरिया के लक्षण-

  • तेज बुखार लगातार रहना
  • बहुत ज्यादा ठंड लगना
  • बहुत ज्यादा पसीना आना
  • शरीर में कमजोरी आना

मलेरिया के बचाव 

  • मलेरिया बीमारी से बचाव के लिए कुछ उपाय हैं। अगर आपने कुछ चीजों का ध्यान रख लिया तो आप इस गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बच सकते हैं। जानिए मलेरिया से कैसे बचा जा सकता है।
  • मलेरिया से बचाव के लिए सबसे पहला उपाय है अपने आसपास साफ-सफाई रखें।
  • घर में कूलर है तो पानी निकालकर हर हफ्ते उसकी सफाई करें।
  • कूलर में मिट्टी के तेल की कुछ बूंदे डालने से भी उसमें मच्छर नहीं पनपते।
  • बरसात के मौसम में पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
  • सोते वक्त मच्छरदानी या फिर मॉस्किटो रेप्लीकेंट का इस्तेमाल करें। 

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