सभी जनरल व हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों को 1 अप्रैल, 2021 से मशक रक्षक (Mashak Rakshak) को उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
भारतीय जनता पार्टी शासित नगर निकायों ने वर्षा ऋतु और मच्छरों के प्रजनन के मद्देनजर मंगलवार को डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि प्राणायाम रोजाना करने से किसी भी बीमारी से खुद का बचाव किया जा सकता है। जानें किस प्राणायाम के कौन से फायदे होते हैं।
बरसात के मौसम में जलभराव की वजह से मलेरिया फैलने का खतरा रहता है। जानिए इसके लक्षण और बचने का उपाय।
अगर आपको मलेरिया हैं तो हाइड्रॉक्सी-क्लोरोक्वीन के बदले आप इन आर्युवैदिक दवाओं को सेवन करें। इनसे आप जल्दी ठीक हो सकते हैं।
गुजरात में लोग कोरोना वायरस संक्रमण से बचने में महत्त्वपूर्ण मानी जा रही हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का सेवन करने के ही साथ इसे जमा करके भी रखने लगे हैं। इसे देखते हुए सरकार को दवा के स्वास्थ्य दुष्प्रभावों के खिलाफ चेतावनी जारी करनी पड़ी।
यह कंपनी अमेरिका की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनियों में से एक है। कंपनी ने बताया कि ये दवाइयां एमनील के मौजूदा खुदरा और थोक ग्राहकों के जरिये देशभर में उपलब्ध होंगी।
द लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 में मच्छर काटने से होने वाली घातक बीमारी मलेरिया के कुल मामलों में भारत का चौथा स्थान रहा।
एक नए शोध में बताया गया है कि मलेरिया संक्रमण के कारण हृदयघात (हार्ट फेल) होने की 30 फीसदी से अधिक संभावना है।
World Mosquito Day 2019: मच्छरों के काटने से कई जानलेवा बीमारियां हो जाती हैं। जानें इन रोगों के बारे में और कैसे करें मच्छरों से बचाव।
दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 80 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं जो डेंगू से प्रभावित लोगों की संख्या से दोगुना से अधिक हैं। नगर निगम द्वारा सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
बारिश अपने साथ-साथ कई बीमारियों को भी साथ लेकर आती है। ऐसे में आपको अपनी हेल्थ का खास ख्याल रखना चाहिए।
World Malaria Day 2019: हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस (World Malaria Day) मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य होता है कि इस घातक बीमारी से लोगों को जागरुक करना। जानें मलेरिया के लक्षण, कारण और बचाव के बारें में।
अफ्रीकी देश मलावा में मंगलवार के दिन दुनिया का पहला मलेरिया वैक्सीन लॉंच हो गया। यह पांच महीने से लेकर 2 साल के बच्चों तक के लिए हैं। इस बात की जानकारी WHO ने ट्वीट के द्वारा दी।
Health Year Ender 2018: कई ऐसी खतरनाक महामारी आईं जिससे भारत ही नहीं पूरी दुनिया परेशान रहीं। जहां एक ओर डिप्थीरिया से पीड़ित बच्चों को सिरम न मिल पाने के कारण 20 गिनों के अंदर 17 बच्चों की मौंत हो गई थी। जानें ऐसी ही कुछ बीमारियों के बारें में जिन्होंने साल 2018 में लोगों को खूब रुलाया।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ ही बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत, खीरी, बहराइच और सीतापुर में तेजी से फैल रहे मलेरिया एवं बुखार को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं। जानें मलेरिया के लक्षण और कैसे करें बचाव।
विश्व मच्छर दिवस:आपको बता दें इस दिन पेशेवर चिकित्सक सर रोनाल्ड रास ने वर्ष 1896 में यह खोज की थी कि इंसान में मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी के लिए रेस्पोंसिबल मादा मच्छर है। जानिए मच्छर के कटने से कौन-कौन सी जानलेवा बीमरियां फैलती है।
ध्ययन में पाया गया कि मलेरिया से पीड़ित मरीजों के रक्त में स्थित प्लेटलेट में मलेरिया के परजीवी को नष्ट करने की क्षमता होती है। मलेरिया के प्रमुख परजीवी प्लाज्मोडियम फालसिपैरम, पी. मलेरिये और पी. क्नोलेसी हैं जिनसे मानव की मौत हो जाती है।
शरीर से निकलने वाली गंध के बदलने से मलेरिया से पीड़ित लोगों की पहचान की जा सकती है और ऐसा मलेरिया के लक्षण ना दिखने के बावजूद भी हो सकता है। एक अध्ययन में यह बात सामने आयी। जानिए कैसे...
मलेरिया से होने वाली मौतों के मामले में भारत का विश्व में चौथा स्थान है। छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश और उड़ीसा राज्यों में मलेरिया के अधिक मामलों की सूचना मिली है। भारत ने 2027 तक मलेरिया मुक्त होने और 2030 तक इस बीमारी को समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
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