Sunday, May 05, 2024
Advertisement

सूर्य को अर्घ्य देने से भी नहीं होगा लाभ, अगर करेंगे ये गलतियां, जान लें सही नियम

सूर्य देव को जल का अर्घ्य देने के बाद भी अगर आपको शुभ फल प्राप्त नहीं हो रहे हैं, तो इसका कारण आपकी द्वारा की जा रही कुछ गलतियां हो सकती हैं। आज हम आपको बताएंगे कि सूर्य देव को अर्घ्य देने का सही तरीका क्या है।

Naveen Khantwal Written By: Naveen Khantwal
Published on: April 25, 2024 23:01 IST
Surya Arghya- India TV Hindi
Image Source : FILE Surya Arghya

सूर्य के प्रकाश से ही पृथ्वी पर भी जीवन संभव हुआ है। इसलिए हिंदू धर्म में सूर्य को भगवान माना जाता है। वहीं ज्योतिष में सूर्य को राजा का दर्जा दिया गया है। इसलिए सूर्य की पूजा को हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए बहुत से लोग सुबह के समय अर्घ्य भी देते हैं। विज्ञान भी मानता है कि सूर्य को अर्घ्य देने से स्वास्थ्य पर भी अच्छे प्रभाव देखने को मिलते हैं। लेकिन कई लोगों की शिकायत होती है कि वो सूर्य देव को लंबे समय से अर्घ्य दे रहे हैं लेकिन कोई अच्छा परिवर्तन उनके जीवन में नहीं आ रहा है। अगर आप भी इन लोगों में से एक हैं तो हो सकता है आप सूर्य देव को अर्घ्य देते समय कुछ गलतियां कर रहे हों। अर्घ्य देते समय आपको किन गलतियों को करने से बचना चाहिए इसके बारे में आइए विस्तार से जानते हैं। 

सूर्य देव को अर्घ्य देते समय न करें ये गलतियां

  • सुबह के समय अगर आप सूर्य देव को जल का अर्घ्य देते हैं तो इस बात का विशेष ख्याल रखें कि अर्घ्य देने का समय लगभग एक ही हो। 
  • अगर आपने अर्घ्य देना शुरू किया है तो इस नियम को किसी भी स्थिति में तोड़ें नहीं। अगर भूलवश सही समय पर कभी अर्घ्य न दे पाएं तो, क्षमा याचना करते हुए जल में रोली डालकर सूर्य को जल चढ़ाएं। 
  • अर्घ्य देने के लिए बासी जल का इस्तेमाल आपको नहीं करना चाहिए। 
  • अर्घ्य देते समय आपको सूर्य देव के मंत्र  'ऊं घृणि सूर्याय नमः' का 7 बार जप अवश्य करना चाहिए। 
  • सूर्य देव को पूर्व दिशा में ही हमेशा जल चढ़ाएं। 
  • अगर संभव हो तो जल में कुमकुम और लाल फूल अवश्य डालें। अगर ये चीजें उपलब्ध नहीं हैं तो कम से कम जल में अक्षत यानि चावल अवश्य डालें। 
  • अर्घ्य देने के बाद सूर्य देव का ध्यान करते हुए चारों ओर परिक्रमा आपको करनी चाहिए। 
  • इस बात का विशेष ख्याल रखें कि सूर्य देव को जल का अर्घ्य देते समय जल की बूंदें आपके पैरों पर न गिरें। 
  • तांबे के लोटे में सूर्य देव को जल का अर्घ्य देना सबसे शुभ माना जाता है। 
  • सूर्य देव को जल का अर्घ्य देने वालों को रविवार के दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ भी करना चाहिए इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। 
  • अर्घ्य देने वालों को मांस का सेवन करने से बचना चाहिए। 

अगर आप नियम के अनुसार प्रतिदिन सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं तो आपको इसके कई शुभ परिणाम मिलने लगते हैं। अर्घ्य देने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और इसके प्रभाव से धन-समृद्धि घर में आती है। इसके साथ ही सेहत भी दुरुस्त बनी रहती है। अगर आप नियमों के अनुसार सूर्य देव को अर्घ्य नहीं देते तो वैसे फल आपको प्राप्त नहीं होते, जैसे आप चाहते हैं। 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)

ये भी पढ़ें-

इस गांव में जाकर बन जाएंगे अमीर, भगवान शिव का है वरदान, बस करना होगा ये काम

क्यों ॐ को माना जाता है सृष्टि की ध्वनि? जानें इसको जपने के जरूरी नियम और लाभ

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें धर्म सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement