मानसून आने के साथ ही मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, पीलिया जैसी कई बीमारियां भी दस्तक देने लगती हैं। इसके अलावा, जुकाम, खांसी जैसे विषाणुजनित संक्रमण होने का भी इन दिनों खतरा होता है..
नगर निगम द्वारा मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की गई थी। जिसके मुताबिक 24 जून तक चिकनगुनिया के लगभग 150 मामले सामने आए थे।
एनसीआरडीसी ने अपने फैसले में कहा है कि मच्छर काटने से हुए मलेरिया या डेंगू से पीडि़त व्यक्ति की मौत स्वाभाविक नहीं बल्कि एक दुर्घटना है।
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