Thursday, April 25, 2024
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PM Modi Japan: "मैं मक्खन पर नहीं, पत्थर पर लकीर खींचता हूं," पढ़ें जापान में पीएम मोदी की बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के टोक्यो में सोमवार को प्रवासी भारतीयों से कहा कि भारत और जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं और भारत की विकास यात्रा एवं क्षमता निर्माण में जापान की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।

Swayam Prakash Edited by: Swayam Prakash @swayamniranjan_
Published on: May 23, 2022 21:50 IST
Prime Minister Narendra Modi addresses members of the Indian community during an event, in Tokyo, Ja- India TV Hindi
Image Source : PTI Prime Minister Narendra Modi addresses members of the Indian community during an event, in Tokyo, Japan. 

Highlights

  • पीएम मोदी ने जापान में भारतीयों को किया संबोधित
  • प्रधानमंत्री ने कहा- भारत-जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं
  • "भारत के विकास में जापान की महत्त्वपूर्ण भूमिका"

PM Modi Japan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के टोक्यो में सोमवार को प्रवासी भारतीयों से कहा कि भारत और जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं और भारत की विकास यात्रा एवं क्षमता निर्माण में जापान की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। पीएम ने कहा कि वैश्विक समुदाय भारत में आधारभूत ढांचे के अभूतपूर्व पैमाने एवं गति तथा क्षमता के विकास को देख रहा है। टोक्यो में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘जापान से हमारा रिश्ता सामर्थ्य, सम्मान और विश्व के लिए साझे संकल्प का है। जापान से हमारा रिश्ता बुद्ध, बोध, ज्ञान, ध्यान का है।’’

"मैं पत्थर पर लकीर खींचता हूं"

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए चुनौतियों का जिक्र किया और कहा कि मुझे मक्खन पर लकीर खींचने में मजा नहीं आता, मैं पत्थर पर लकीर खींचता हूं। पीएम ने कहा कि इस दशक के अंत तक भारत अपनी कुल पावर क्षमता का 50% नॉन फॉसिल फ्यूल से पूरा करने का संकल्प लिया है। पीएम ने कहा कि समस्याओं के समाधन को लेकर जो भारतीयों का आत्मविश्वास है जो हर क्षेत्र, हर दिशा, हर कदम पर दिखाई देता है। 

"भारत के विकास में जापान की भूमिका"

उन्होंने कहा, ‘‘भारत और जापान नैसर्गिक सहयोगी हैं। भारत की विकास यात्रा में जापान की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। जापान से हमारा रिश्ता आत्मीयता का है, आध्यात्म का है, सहयोग का है, अपनेपन का है।’’ मोदी ने भारत के क्षमता निर्माण में जापान को एक अहम भागीदार बताया। उन्होंने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल हो, दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा हो, समर्पित माल गलियारा हो, ये भारत-जापान के सहयोग के बहुत बड़े उदाहरण हैं। 

"दुनिया को बुद्ध के विचारों की जरूरत"

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की दुनिया को भगवान बुद्ध के विचारों पर, उनके बताए रास्ते पर चलने की बहुत ज़रूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘यही रास्ता है जो आज दुनिया की हर चुनौती, चाहे वो हिंसा हो, अराजकता हो, आतंकवाद या जलवायु परिवर्तन हो, इन सबसे मानवता को बचाने का यही मार्ग है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘पिछले दो वर्षो में जिस तरह से आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई, आपूर्ति श्रृंखला पर प्रश्न चिन्ह उठा, भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिये हम आत्मनिर्भर भारत के समाधान के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत का हमारा समाधान केवल भारत के लिये ही नहीं है बल्कि यह स्थिर एवं टिकाऊ वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के लिये है। ’’ 

"दुनिया को भेजी मेड इन इंडिया वैक्सीन"

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा समस्या का समाधान निकाला है, चाहे समस्या कितनी बड़ी क्यों न रही हो। उन्होंने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय अनिश्चितता का माहौल था। लेकिन उस समय भी भारत ने 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन्स अपने करोड़ों नागरिकों को लगाईं और दुनिया के 100 से अधिक देशों को भी भेजीं। 

जलवायु परिवर्तन पर बोले मोदी

मोदी ने कहा कि आज जलवायु परिवर्तन विश्व के सामने एक महत्वपूर्ण संकट बन गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत में इस चुनौती को देखा भी और उस चुनौती के स्थायी समाधान के रास्ते खोजने हेतु हम आगे भी बढ़े। भारत ने 2070 तक नेट-जीरो करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।’’ उन्होंने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन के संबंध में बातचीत की अगुवाई कर रहा है। उन्होंने इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन पहल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत ने वर्ष 2030 तक अपनी 50 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति गैर जीवाश्म क्षमता के माध्यम से करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 

भारत में डिजिटल क्रांति 

पीएम मोदी ने कहा कि आज वैश्विक समुदाय, भारत में आधारभूत ढांचे के अभूतपूर्व पैमाने एवं गति तथा क्षमता विकास को देख रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में डिजिटल क्रांति ने यह सुनिश्चित किया कि बैंकिंग प्रणाली ने कोविड काल में भी प्रभावी ढंग से काम किया। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया के कुल डिजिटल लेनदेन का 40 प्रतिशत होता है। भारतीय समुदाय के लोगों द्वारा ‘भारत माता की जय’ के उद्घोष के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी वे जापान आए, उन्हें काफी स्नेह मिला। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं जापान आता हूं, तो मैं देखता हूं कि आपकी स्नेह वर्षा हर बार बढ़ती ही जाती है। आप में से कई साथी अनेक वर्षों से यहां बसे हुए हैं।’’ उन्होंने कहा कि जापान की भाषा, वेशभूषा, संस्कृति और खानपान एक प्रकार से आपके जीवन का भी हिस्सा बन गया है। 

"भारत जिम्मेदार लोकतंत्र की पहचान"

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आज जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तो वो आने वाले 25 साल यानी आजादी के 100वें वर्ष तक हिंदुस्तान को हमें किस ऊंचाई तक पहुंचाना है, आज देश उस रोडमैप को तैयार करने में लगा हुआ है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने एक मजबूत और लचीले एवं जिम्मेदार लोकतंत्र की पहचान बनाई है और उसे बीते आठ साल में हमने लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव का माध्यम बनाया है। मोदी ने कहा, ‘‘भारत में आज सही मायने में लोकोन्मुखी प्रशासन काम कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रशासन का यही मॉडल, परिणाम को प्रभावी बना रहा है। यही लोकतंत्र पर निरंतर मज़बूत होते विश्वास का सबसे बड़ा कारण है।’’

हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा भारत

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत अपने अतीत को लेकर जितना गौरवान्वित है, उतना ही प्रौद्यागिकी नीत, विज्ञान नीत, नवाचार नीत और प्रतिभा आधारित भविष्य को लेकर भी आशावान है। मोदी ने कहा कि भारत आज हरित भविष्य, हरित रोजगार के रोडमैप के लिए भी बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है तथा देश में इलेक्ट्रिक परिवहन को बहुत प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरित हाइड्रोजन को हाइड्रोकार्बन का विकल्प बनाने के लिए विशेष मिशन शुरू किया गया है। 

जापान का युवा एक बार भारत जरूर आए 

प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान से प्रभावित होकर स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि हर भारतीय नौजवान को अपने जीवन में कम से कम एक बार जापान की यात्रा ज़रूर करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘स्वामी जी की इस सद्भावना को आगे बढ़ाते हुए, मैं चाहूंगा कि जापान का हर युवा अपने जीवन में कम से कम एक बार भारत की यात्रा करे । ’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दो दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे। वह यहां क्वाड नेताओं के एक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। तोक्यो में 24 मई को होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस हिस्सा लेंगे। 

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