देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है। बीजेपी इस पहाड़ी राज्य में अपनी अब तक की सबसे बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है। अभी तक प्राप्त नतीजों और रुझानों के मुताबिक उत्तराखंड में बीजेपी 70 में से 50 से भी ज्यादा सीटें जीत रही है।
देश-विदेश की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
इन चुनावों में कांग्रेस को हुए नुकसान का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी उम्मीदवारी वाली दोनों सीटों से चुनाव हार गए हैं। उत्तराखंड में सत्ता विरोधी लहर के बारे में बात की जा रही थी, लेकिन शायद ही किसी को बीजेपी की इतनी बड़ी जीत का अंदाजा रहा होगा। कांग्रेस इन चुनावों में बुरी तरह हारी है और उसके लिए राज्य में दर्जनभर सीट भी जुटा पाना मुश्किल लग रहा है।
दो सीटों से लड़ना भी सीएम रावत के काम न आया
चुनावों से पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दावा किया था कि उनकी पार्टी इस बार भी सरकार बनाएगी, लेकिन उनका यह दावा हकीकत में नहीं बदल पाया। सीएम रावत 2 विधानसभा सीटों, किच्छा और हरिद्वार ग्रामीण से चुनाव लड़ रहे थे और दोनों ही सीटों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। किच्छा सीट से उन्हें बीजेपी के राजेश शुक्ला और हरिद्वार सीट से बीजेपी के यतीश्वरानंद ने हराया।बीजेपी की बंपर जीत, पर प्रदेश अध्यक्ष की हार
पूरे राज्य में दमदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को ही हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को कांग्रेस के करन महारा ने उन्हें लगभग पांच हजार वोटों से मात दी।
सौरभ बहुगुणा और सतपाल महाराज जीते
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ बहुगुणा ने सितारगंज विधानसभा सीट से जीत हासिल की। उनके अलावा बीजेपी प्रत्याशी सतपाल महाराज भी चौबट्टाखाल विधानसभा सीट से चुनाव जीत गए। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी राजपाल सिंह बिष्ट को लगभग साढ़े पांच हजार वोटों से शिकस्त दी।