नई दिल्ली। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परीषद (एआईसीटीई) ने कहा है कि स्नातकोत्तर डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स पेश करने वाले स्वतंत्र रूप से संचालित बिजनेस स्कूलों या प्रबंधन कालेजों में नया शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई से शुरू होगा और संस्थानों को फीस में वृद्धि की अनुमति नहीं होगी । एआईसीटीई के सदस्य राजीव कुमार ने कहा, ‘‘ स्वतंत्र रूप से संचालित सभी संस्थानों को नये अकादमिक कैलेंडर का पालन करना होगा जो प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीएम) और प्रबंधन में स्नातकोत्तर में सर्टिफिकेट (पीजीसीएम) कोर्स संचालित करते हैं ।
संस्थान अधिसूचित तिथि के अनुरूप आनलाइन माध्यम से सत्र शुरू कर सकते हैं और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देशों के बाद ही नियमित कक्षा (आमने सामने बैठकर) का संचालन करेंगे ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘संस्थान शैक्षणिक सत्र 2020-21 में फीस में वृद्धि नहीं करेंगे और न ही चुने गए छात्रों को लॉकडाउन के दौरान अग्रिम भुगतान के लिये बाध्य करेंगे । ’’ गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर देशभर में स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय 16 मार्च के बाद से बंद है ।
केंद्र सरकार ने इसके बाद 24 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की जिसे 17 मई तक बढ़ा दिया गया है । कुमार ने कहा, ‘‘ सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद किये जाने के कारण कुछ विश्वविद्यालय स्नातक कोर्स के लिये अंतिम वर्ष की परीक्षा नहीं ले पाये हैं या कुछ परिणाम घोषित नहीं कर सके हैं । ऐसे मामलों में अस्थायी तौर पर छात्रों को दाखिला दिया जा सकता है ओर छात्र 31 दिसंबर से पहले स्नातक पास होने का साक्ष्य पेश कर सकते हैं । ’’