दशहरे के दिन को हर साल बुराई पर अच्छाई की जीत का दिन माना जाता है। 12 अक्टूबर को विजयदशमी के मौके पर जहां देश के अलग-अलग हिस्सों में रावण दहन किया जाता है, तो वहीं भारत की कुछ जगहों पर दशहरे के दिन शोक भी मनाया जाता है। भगवान राम के मंदिर तो भारत की कई जगहों पर स्थित हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत की कुछ जगहों पर रावण के मंदिर भी स्थित हैं।
कोलार, कर्नाटक
कर्नाटक के कोलार में रावण का मंदिर स्थित है। आप जानते होंगे कि रावण को भगवान शिव का परम भक्त माना जाता है। यही वजह है कि कर्नाटक में स्थित इस मंदिर में रावण का दहन करने की जगह रावण की पूजा की जाती है।
मंदसौर, मध्य प्रदेश
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश के मंदसौर में भी रावण का मंदिर स्थित है। रावण मंदसौर का दामाद था। पौराणिक कथाओं के मुताबिक मंदसौर रावण की अर्धांगिनी मंदोदरी का मायका है। आपको बता दें कि मंदोदरी मंदसौर की बेटी थी। इस मंदिर में रावण की प्रतिमा को स्थापित किया गया था। इस मंदिर में पूजा करने वाली महिलाएं घूंघट में रहती हैं।
दशानन मंदिर, उत्तर प्रदेश
क्या आप उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित दशानन मंदिर के बारे में जानते हैं? इस मंदिर के कपाट साल में सिर्फ दशहरे के दिन ही खोले जाते हैं। विजयदशमी के दिन रावण की मूर्ति का श्रृंगार होता है और फिर रावण की पूजा की जाती है। इस मंदिर में लोग तेल का दिया जलाते हैं और ऐसी मान्यता है कि तेल के दिए जलाने से लोगों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
विदिशा, मध्य प्रदेश
विदिशा में रावण की अर्धांगिनी मंदोदरी का जन्म हुआ था। इस जगह पर रावण की लगभग 10 फीट लंबी प्रतिमा को स्थापित किया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस जगह पर दशहरे के दिन लोग रावण की पूजा करते हैं।