लंदन। डाटा लीक मामले में घिरी बिट्रेन की राजनीतिक सलाहकार कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका जल्द की अपना कामकाज बंद करने वाली है क्योंकि विवाद की वजह से उसके सभी ग्राहक उससे दूर हो गए हैं। डाटा लीक मामले में फेसबुक और कैंब्रिज एनालिटिका के फंसने के दो महीने से भी कम समय में यह निर्णय लिया गया है। कैंब्रिज एनालिटिका पर गलत तरीके से फेसबुक उपयोगकर्ताओं का निजी डेटा एकत्र करने का आरोप है।
कैंब्रिज एनालिटिका ने किसी भी तरह का गलत काम करने से इंकार किया है। उसका कहना है कि नकारात्मक मीडिया कवरेज की वजह से उसके ग्राहक (क्लांइट) और आपूर्तिकर्ता नहीं बचे हैं और उसे भारी भरकम कानूनी फीस चुकानी पड़ रही है, जिसके चलते वह परिचालन बंद करने को मजबूर है। परिणामस्वरूप यह निर्धारित किया गया है कि कारोबार का परिचालन जारी रखना अब व्यवहार्य नहीं रह गया है।
कंपनी ने बयान में कहा कि इसके बावजूद कैंब्रिज एनालिटिका को विश्वास है कि उसके कर्मचारियों ने नैतिक और कानूनी रूप से काम किया है।
कैंब्रिज एनालिटिका और कंपनी की कुछ अमेरिकी सहयोगियों की ओर से जल्द ही दिवालिया कार्यवाही शुरू की जाएगी। कंपनी ने कहा कि एससीएल इलेक्शंस के साथ-साथ उसकी कुछ सहयोगी कंपनियों और कैंब्रिज एनालिटिका एलएसली की ब्रिटेन सहयोगियों ने ब्रिटेन में दिवालिया कार्यवाही शुरू करने के लिए आवेदन किया है। यह भारतीय परिचालन को भी प्रभावित करेगा।
एससीएल समूह के चेयरमैन और कैंब्रिज एनालिटिका के नए पूर्णकालिक सीआईओ माने जा रहे जूलियन व्हीटलैंड ने एक सम्मेलन के दौरान कहा कि निदेशक मंडल ने निर्धारित किया कि मौजूदा समय में कंपनी की पेशकश की पुन: ब्रांडिंग करना बेकार है।
कंपनी ने कहा कि उसकी मूल (पैरेंट) कंपनी एससीएल इलेक्शंस भी दिवालिया कार्यवाही शुरू करेगी। यह उसके भारतीय कामकाज को प्रभावित करेगी। कल कंपनी के कर्मचारियों को अपने की-कार्ड तुरंत लौटाने के लिए कहा गया है।