Tuesday, April 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. खरीफ फसलों की बुवाई में पिछले साल के मुकाबले 21% बढ़त, कोरोना का असर नहीं

खरीफ फसलों की बुवाई में पिछले साल के मुकाबले 21% बढ़त, कोरोना का असर नहीं

चालू खरीफ सीजन में अब तक 692 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई

India TV Paisa Desk Edited by: India TV Paisa Desk
Updated on: July 17, 2020 22:05 IST
kharif crop sowing- India TV Paisa
Photo:PTI

kharif crop sowing

नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि खरीफ फसलों की बुवाई पर कोरोना का कोई असर नहीं पड़ा है। देशभर में खरीफ फसलों की बुवाई तकरीबन 692 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जोकि पिछले साल के मुकाबले 21 फीसदी अधिक है। इस साल मानसून के मेहरबान रहने और पूरे देश में अच्छी बारिश होने से किसानों को खरीफ फसलों की बुवाई में बड़ी मदद मिली है और सभी प्रमुख खरीफ फसलों का रकबा पिछले साल से अधिक हो गया है।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी बुवाई के आंकड़ों के अनुसार, चालू खरीफ सीजन में अब तक 691.86 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई हुई है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 570.86 लाख हेक्टेयर से 21 फीसदी अधिक है।

खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान, दलहन और तिलहन समेत मोटे अनाजों की बुवाई का क्षेत्र पिछले साल के मुकाबले बढ़ा है। दलहन फसलों में तुअर का रकबा पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 37.74 फीसदी बढ़कर 30.84 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं, उड़द का रकबा 25.43 लाख हेक्टेयर और मूंग का बुवाई क्षेत्र 20.98 लाख हेक्टेयर हो गया है। सभी दलहन फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 61.70 फीसदी बढ़कर 81.66 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं, तिलहनों का रकबा 40.75 फीसदी बढ़कर 154.95 लाख हेक्टेयर हो गया है।

खरीफ सीजन की प्रधान फसल धान की बुवाई 168.47 लाख हेक्टेयर में हुई है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 18.59 फीसदी अधिक है। मोटे अनाजों का रकबा पिछले साल से 12.23 फीसदी बढ़कर 115.60 लाख हेक्टेयर हो गया है। चालू मानसून सीजन में 16 जुलाई तक देशभर में 338.3 मिलीमीटर बारिश हुई जोकि औसत से 10 फीसदी अधिक है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement