Wednesday, March 26, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. e-NAM प्लेटफॉर्म पर 10 और कमोडिटी को किया गया शामिल, जानें कौन-कौन सी वस्तुएं जोड़ी गईं, जानें कुल संख्या

e-NAM प्लेटफॉर्म पर 10 और कमोडिटी को किया गया शामिल, जानें कौन-कौन सी वस्तुएं जोड़ी गईं, जानें कुल संख्या

साल 2016 में लॉन्च किया गया, ई-एनएएम एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है, जो कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) मंडियों को जोड़ता है, ताकि कृषि वस्तुओं के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार बनाया जा सके।

Edited By: Sourabha Suman @sourabhasuman
Published : Feb 06, 2025 23:33 IST, Updated : Feb 06, 2025 23:33 IST
पारदर्शिता और निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ाना मंत्रालय का मकसद है।
Photo:FILE पारदर्शिता और निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ाना मंत्रालय का मकसद है।

इलेक्ट्रॉनिक-राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-एनएएम) पर 10 अतिरिक्त कमोडिटी (वस्तुओं) के व्यापार को कृषि मंत्रालय ने गुरुवार को परमिशन दे दी है। इन नए कमोडिटी के जुड़ने के बाद अब इस प्लेटफॉर्म पर व्यापार योग्य वस्तुओं की कुल संख्या 231 हो गई है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नई शामिल की गई वस्तुओं में तुलसी के सूखे पत्ते, बेसन (चने का आटा), गेहूं का आटा, चना सत्तू (भुना हुआ चना आटा), सिंघाड़ा आटा, हींग, सूखे मेथी के पत्ते, बेबी कॉर्न, ड्रैगन फ्रूट और सिंघाड़ा हैं।

व्यापक परामर्श के बाद लिया गया फैसला

खबर के मुताबिक, मंत्रालय की तरफ से यह फैसला राज्य एजेंसियों, व्यापारियों, विषय विशेषज्ञों और लघु कृषक कृषि व्यवसाय संघ (एसएफएसी) सहित हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श के बाद लिया गया है। इनमें से कई वस्तुएं, खासतौर से चना सत्तू, सिंघाड़ा आटा, हींग और सूखे मेथी के पत्ते, द्वितीयक व्यापार श्रेणी में आते हैं, जो किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को मूल्यवर्धित उत्पादों की मार्केटिंग करने और क्षेत्र में व्यापार को औपचारिक बनाने में मदद कर सकते हैं।

साल 2016 में लॉन्च किया गया, ई-एनएएम

विपणन एवं निरीक्षण निदेशालय (डीएमआई) ने इन अतिरिक्त वस्तुओं के लिए व्यापार योग्य मापदंड तैयार किए हैं, ताकि गुणवत्ता मानकों को सुनिश्चित करके किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद मिल सके। साल 2016 में लॉन्च किया गया, ई-एनएएम एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है, जो कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) मंडियों को जोड़ता है, ताकि कृषि वस्तुओं के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार बनाया जा सके।

मंत्रालय ने कहा कि इस विस्तार का मकसद कृषि वस्तुओं की कवरेज को बढ़ाना और किसानों और व्यापारियों को डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से लाभ उठाने के लिए अधिक अवसर प्रदान करना है, साथ ही पारदर्शिता और निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ाना है। यह कदम किसानों, व्यापारियों और अन्य हितधारकों की ओर से अधिक कृषि वस्तुओं को शामिल करने की निरंतर मांग के जवाब में उठाया गया है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement