
सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) ने शुक्रवार को कहा कि उसने अपनी बीना रिफाइनरी विस्तार के साथ पेट्रोरसायन परियोजना के लिए वित्त की व्यवस्था कर ली है। कंपनी ने इसके लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई में छह बैंक के समूह के साथ 31,802 करोड़ रुपये के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना की अनुमानित लागत 48,926 करोड़ रुपये है। इसका उद्देश्य 12 लाख टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) एथिलीन क्रैकर इकाई सहित एक पेट्रोरसायन परिसर स्थापित करना और रिफाइनरी की क्षमता को 78 लाख टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर 1.1 करोड़ टन सालाना करना है।
इन प्रोडक्ट्स के उत्पादन में मिलेगी मदद
कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘इस विस्तार से बीपीसीएल को लीनियर लो-डेंसिटी पॉलीइथिलीन (एलएलडीपीई), हाई-डेंसिटी पॉलीइथिलीन (एचडीपीई), पॉलीप्रोपाइलीन (पीपी) जैसे उत्पादों का उत्पादन करने में मदद मिलेगी। इससे भारत की आयात पर निर्भरता कम होगी।’’ विस्तार परियोजना का उद्देश्य निकट भविष्य में मध्य और उत्तरी भारत में ईंधन की बढ़ती मांग को पूरा करना है। परियोजना का निर्माण कार्य शुरू होने के दिन से 48 महीनों के भीतर पूरा होने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश के बीना में इस परियोजना की आधारशिला 15 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रखी थी। इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
पैदा होंगे हजारों रोजगार के मौके
बयान के अनुसार, ‘‘विनिर्माण चरण के दौरान परियोजना से 15,000 से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है, जबकि चालू होने के बाद एक लाख से अधिक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे।’’ कंपनी ने कहा, ‘‘ इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा बल्कि क्षेत्र के लोगों को स्थायी आजीविका के अवसर भी मिलेंगे।’’ बीपीसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक जी कृष्णकुमार ने कहा, ‘‘हम अपनी बीना रिफाइनरी विस्तार के साथ पेट्रोरसायन परियोजना के लिए वित्त की व्यवस्था कर खुश हैं। यह औद्योगिक वृद्धि, बुनियादी ढांचे के विकास और औद्योगिक गतिविधि को बढ़ाने की भारत की व्यापक रणनीति के अनुरूप है।’’
31,802 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा
उन्होंने कहा, ‘‘पूरा होने पर यह पेट्रो रसायन उत्पादों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने और राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।’’ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन सी. श्रीनिवासुलु शेट्टी ने कहा, ‘‘एसबीआई, विश्व स्तर के पेट्रोरसायन परिसर की स्थापना और बीना में अपनी रिफाइनरी क्षमता के विस्तार के जरिये भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने के अपने प्रयास में बीपीसीएल के साथ साझेदारी कर रहा है।’’ शेट्टी ने कहा, ‘‘कुल 31,802 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा को लेकर एसबीआई प्रमुख बैंक है। वित्त की व्यवस्था इस बात की एक और मिसाल है कि कैसे हमारी साझेदारी दोनों संगठनों तथा राष्ट्र के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी बनी हुई है।
(पीटीआई/भाषा के इनपुट के साथ)