
उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री के. पी. मलिक ने किसानों से आयात पर निर्भरता कम करने के लिए दलहन और तिलहन का उत्पादन बढ़ाने को कहा है। मलिक ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार खाद्य तेल के आयात पर निर्भरता कम करने के लिए दलहन और तिलहन के विकास कार्यक्रम पर ज्यादा ध्यान दे रही है। इस दिशा में बेहतर प्रगति के लिए जरूरी है कि किसान दलहन और तिलहन का उत्पादन और भी ज्यादा बढ़ाएं। मलिक ने कहा कि बजट के माध्यम से सरकार का लक्ष्य ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना और ग्रामीण आबादी की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है।
किसानों से दालें खरीदेगी सरकार
उन्होंने कहा कि अरहर, उरद और मसूर की खेती पर ध्यान केंद्रित करते हुए सरकार दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन के तहत अगले चार वर्षों तक किसानों से दालें खरीदेगी। मलिक ने वन्य जीवों और मानव के बीच बढ़ते संघर्ष के सवाल पर कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति पूरी तरह सजग है और इसके लिए पिछले दिनों हस्तिनापुर में एक सेमिनार का आयोजन किया गया था, जिसमें वन्य जीव और वन विभाग के अधिकारियों और स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था।
नोएडा की तर्ज पर अन्य स्थानों को भी पक्षी विहार के लिए विकसित किया जाएगा
उन्होंने कहा कि जल्द ही नोएडा की तर्ज पर जरूरत के हिसाब से अन्य स्थानों को भी पक्षी विहार के लिए विकसित किया जाएगा। इस संबंध में अमानगढ़ रेंज और गोरखपुर में कार्य प्रगति पर है। मलिक ने वहीं दूसरी ओर हस्तिनापुर इको सेंसिटिव जोन यानी अभयारण्य क्षेत्र में शून्य मानव हस्तक्षेप की नीति बनाए रखने और वहां वन्य जीवों को अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने में किसी भी तरह की ढिलाई न बरतने के निर्देश वन्य जीव अधिकारियों को दिए गए हैं।
(पीटीआई/भाषा)