हरदीप पुरी ने कहा कि अगर आप दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कच्चा तेल उत्पादक को हटा देंगे तो आपको खपत में कटौती करनी होगी। इसके परिणाम बेहद गंभीर होंगे।
सरकार द्वारा लागू की गई कई पहलों जैसे- PAHAL (डीबीटीएल) योजना, आधार-आधारित सत्यापन, बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण आदि से सब्सिडी के ट्रांसफर में विशेष पारदर्शिता आई है।
भारत कच्चे तेल की जरूरत का 85 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा आयात से पूरी करता है। परंपरागत रूप से पश्चिम एशिया भारत का मुख्य तेल आपूर्तिकर्ता रहा है, लेकिन पिछले 3 सालों में रूस प्रमुख स्रोत के रूप में उभरकर सामने आया है।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप एस पुरी ने कहा कि आने वाले समय में हम पारंपरिक ईंधन से ग्रीन हाइड्रोजन की ओर बड़े पैमाने पर बदलाव देखेंगे। हर देश स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इसे अर्थव्यवस्था की चुनौतियों और मांगों से बचकर करना होगा।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा- अंतर्राष्ट्रीय बाजार के बारे में मेरा अनुमान है कि 2026 में आपको प्राकृतिक गैस की उपलब्धता में बड़ी वृद्धि दिखाई देने लगेगी। हमें कतर से और गैस मिल सकती है।
पुरी ने कहा कि इन सभी गतिविधियों से पहले, दुनिया में उत्पादित कच्चे तेल की कुल मात्रा प्रतिदिन 10.5 करोड़ बैरल के करीब थी। तेल निर्यातक देशों के संगठन और उसके सहयोगी देशों (ओपेक प्लस) ने अपनी इच्छा से करीब 50 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती की है।
ईरान के मिसाइल हमले के बाद ये आशंका जताई जा रही है कि इजराइल तेल उत्पादक ईरान के तेल या परमाणु केंद्रों को निशाना बना सकता है। ऐसा होने पर ईरान, इजराइल पर सीधा हमला या होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करके जवाब देने का रास्ता अपना सकता है।
भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड 36.43 बीसीएम गैस का उत्पादन किया है। निश्चित रूप से ये भारत के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बड़ी उपलब्धि पर समस्त देशवासियों को बधाई दी है।
फिलहाल परिवारों को 14.2 किलोग्राम वाला सिलेंडर 803 रुपये (लगभग 56.5 रुपये प्रति किलोग्राम) की दर से खरीदना पड़ता है, जबकि 19 किलोग्राम का कॉमर्शियल सिलेंडर 1,646 रुपये (86.3 रुपये प्रति किलोग्राम) में मिलता है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में तीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अश्विनी वैष्णव और हरदीप सिंह पुरी के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया शामिल होंगे।
Petrol Diesel Price: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी को लेकर कोई प्रस्ताव हमारे सामने नहीं है। साथ ही उन रिपोर्ट्स को भी खारिज कर दिया, जिनमें पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की बात की जा रही थी।
हरित हाइड्रोजन के 30 किलोग्राम क्षमता वाले चार सिलेंडर से लैस बस 350 किलोमीटर दूरी तक दौड़ सकती है। इन सिलेंडर को भरने में 10-12 मिनट का समय लगता है। ईंधन के तौर पर हाइड्रोजन के इस्तेमाल में खासियत यह है कि इससे सिर्फ पानी का भाप ही उत्सर्जित होता है।
पिछले साल रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद ब्रेंट क्रूड की कीमत 133 रुपये प्रति डॉलर पहुंच गई थी। हालांकि, अब यह गिरकर 86 रुपये प्रति बैरल पर है। ब्रेंट क्रूड का भाव लंबे समय से 80 से लेकर 90 डॉलर प्रति बैरल के बीच चल रहा है।
24 जून 2022 को समाप्त सप्ताह में पेट्रोल पर 17.4 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 27.7 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड नुकसान के बाद, तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2022) में पेट्रोल की बिक्री पर 10 रुपये प्रति लीटर की दर से मुनाफा हुआ।
आईलीड ग्लोबल फाउंडेशन (ILead Global Foundation) ने 28 अक्टूबर 2022 को क्लैरिज नई दिल्ली में Multilateralism और Youth पर एक अंतर्राष्ट्रीय युवा शिखर सम्मेलन का आयोजन किया
सरकार ने अमेरिका के नेतृत्व वाले जी7 समूह की उस योजना में शामिल होने की कोई इच्छा प्रकट नहीं की है जिसमें रूस के राजस्व को सीमित करने के मकसद से उससे खरीदे गये तेल के दाम की सीमा तय करने का प्रस्ताव रखा गया है।
पुरी ने राज्यसभा में कहा कि हम नहीं चाहते कि महिलाओं और बेटियों को सिलेंडर का भारी वजन उठाना पड़े और इसके वजन में कमी लाने पर विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के उपकर को कम करने की मांग अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसी है। मंत्री ने कहा कि घरेलू दरें अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों से जुड़ी हुई हैं, जो कई कारणों से बढ़ी है, जिसे समझने की जरूरत है।
पुरी ने भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के विनिवेश पर कहा, ‘‘सभी की प्रतिक्रिया के आधार पर अच्छी तरह आगे बढ़ा जा रहा है’’ पेट्रोलियम एवं शहरी विकास मंत्री ने हाल में एयर इंडिया के विनिवेश की तारीफ भी की।
केंद्र पेट्रोल पर 32 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी के रूप में लेता है। हमने जब कच्चा तेल 19 डॉलर प्रति बैरल था तब भी 32 रुपये प्रति लीटर कर लिया, और अब जब कच्चा तेल 75 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है तब भी उसी दर से कर ले रहे हैं।
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