Highlights
- पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा में दी जानकारी
- 14.2 किलोग्राम वजन का LPG सिलेंडर 5 किलोग्राम का हो सकता है!
- देश भर में उज्ज्वला योजना के तहत 8.8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी किए गए
नई दिल्ली: अक्सर महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर की ढुलाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए सरकार महिलाओं को राहत देने के लिए एलपीजी सिलेंडर के वजन में कमी पर विचार कर रही है। सरकार एलपीजी सिलेंडर के वजन में कमी सहित विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है। इससे महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर के ज्यादा वजन की समस्या से छुटकारा मिलेगा। यह जानकारी पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान दी।
पुरी ने राज्यसभा में कहा, "हम नहीं चाहते कि महिलाओं और बेटियों को सिलेंडर का भारी वजन उठाना पड़े और इसके वजन में कमी लाने पर विचार किया जा रहा है।" पुरी ने कहा, "हम एक रास्ता निकालेंगे, चाहे वह 14.2 किलोग्राम वजन को कम कर पांच किलोग्राम का बनाना हो या कोई और तरीका हम इसपर विचार करेंगे।" जिस वक्त उन्होंने सदन में यह जानकारी दी, तब विपक्षी सदस्य 12 निलंबित सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने की मांग करते हुए नारेबाजी और हंगामा कर रहे थे।
देश भर में उज्ज्वला योजना के तहत 8.8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी किए गए: पुरी
हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को यह भी बताया कि तेल विपणन कंपनियों ने देश भर में उज्ज्वला 2.0 और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत 8.8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी किए हैं। पुरी ने यह जानकारी भी राज्यसभा में ही दी। पुरी ने कहा कि 30 नवंबर 2021 तक की स्थिति के अनुसार, तेल विपणन कंपनियों ने देश भर में उज्ज्वला 2.0 और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत 8.8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि देश भर में गरीब परिवारों की वयस्क महिला सदस्यों के नाम पर आठ करोड़, बिना जमानत के एलपीजी (घरेलू रसोई गैस) कनेक्शन जारी करने के लिए एक मई 2016 को पीएमयूवाई योजना आरंभ की गयी थी और इस योजना के लक्ष्य को सितंबर, 2019 में हासिल कर लिया गया।
पुरी ने कहा कि इसके अलावा बिना जमानत के एक करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी करने के लिए इसी साल 10 अगस्त को उज्ज्वला 2.0 की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि तेल विपणन कंपनियों ने उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पीएमयूवाई के तहत कुल मिलाकर 1.64 लाख एलपीजी कनेक्शन दिए हैं।
उन्होंने कहा कि एलपीजी कनेक्शन जारी करना एक सतत प्रक्रिया है और एलपीजी वितरकों को नए एलपीजी कनेक्शन के लिए किसी भी अनुरोध को तुरंत दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।