चांदी की कीमत में तेजी का सिलसिला लगातार जारी है। आने वाले साल में भी इसमें तेजी का रुझान देखने को मिल सकता है। सोने की वायदा कीमत भी उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रही है।
ग्लोबल मार्केट में भी सोमवार को सोने की कीमतें बढ़कर लगभग $4,320 प्रति औंस पर पहुंच गईं, जो अब तक के सर्वकालिक उच्च स्तर के काफी करीब है।
वायदा बाजार में सोने और चांदी के तेवर चढ़े हुए हैं। ग्लोबल मार्केट में भी सोने का भाव छह सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। आने वाले समय में भी दोनों धातुओं की कीमत में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, सोने की कीमतें पिछले हफ़्ते छह हफ़्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद गिर गईं। विश्लेषकों का कहना है कि सोने और चांदी की कीमतों में यह गिरावट अस्थायी हो सकती है।
ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी को केंद्रीय बैंकों द्वारा की गई बड़ी खरीदारी और ईटीएफ में मजबूत निवेश प्रवाह द्वारा समर्थन मिला है, जिसने पिछले महीने इसे 4,380 डॉलर प्रति औंस से ऊपर के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर तक पहुंचाया है।
ग्लोबल मार्केट में सोमवार को सोने की कीमतें गिरकर लगभग 4,040 डॉलर प्रति औंस पर आ गईं, जो शुक्रवार की गिरावट का ही विस्तार है। सोना अब भी वर्ष-दर-वर्ष लगभग 54% ऊपर है।
वित्तीय सेवा फर्म जेपी मॉर्गन का अनुमान है कि सोने की कीमतों को लंबी अवधि में समर्थन हासिल रहेगा, और केंद्रीय बैंकों की निरंतर खरीद के कारण ग्लोबल मार्केट में अगले वर्ष इसके 5,000 डॉलर प्रति औंस से ऊपर रहने की उम्मीद है।
दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने और चांदी की कीमत में उछाल देखा जा रहा है। जानकारों का कहना है कि सोने की कीमतों में आगे भी काफी उतार-चढ़ाव के दौर आ सकते हैं।
सोने की कीमतों में बीते कुछ सत्रों से लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। जानकारों का कहना है कि दोनों बहुमूल्य धातुओं की कीमत में अभी आगे भी उथल-पुथल देखने को मिल सकता है।
बुधवार को सुबह 9:08 बजे एमसीएक्स पर सोने का भाव 401 रुपये (0.34%) बढ़कर ₹1,20,047 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि चांदी 989 रुपये (0.69%) की तेजी के साथ 1,45,331 रुपये प्रति किलो के दाम पर कारोबार कर रही थी।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर एक तकनीकी गड़बड़ी के कारण ट्रेडिंग की शुरुआत में देरी हुई, जिससे बाजार में अनिश्चितता का माहौल बन गया। दोनों धातुओं की कीमत में लगातार गिरावट का रुझान है।
यह पहली बार नहीं है जब MCX को इस तरह की तकनीकी रुकावट का सामना करना पड़ा हो। इस साल जुलाई 2025 में भी एक्सचेंज को इसी तरह की समस्या आई थी।
MCX पर दिसंबर डिलीवरी वाले सोने का वायदा भाव 982 रुपये या 0.77 प्रतिशत बढ़कर 1,27,990 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। इसमें 14,913 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
सोने की कीमतों में उछाल के पीछे अमेरिकी टैरिफ को लेकर चिंताओं का बढ़ना और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा आगे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से सुरक्षित निवेश की मांग का बढ़ना मुख्य वजह हैं।
सोने के साथ चांदी कीमत बढ़ोतरी की दौड़ में जोरदार टक्कर देती दिख रही है। इस साल सोने ने अपने ही कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कीमतों में आने वाले दिनों में भी नरमी की गुंजाइश कम ही है।
अमेरिकी सरकार के आंशिक शटडाउन और फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के चलते सोने की कीमत में उछाल देखा गया।
नवरात्र के दौरान सोने-चांदी की कीमतों में काफी हलचल देखने को मिल रहा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने का वायदा भाव काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है।
सोने और चांदी की कीमतें इस समय काफी अस्थिरता के दौर से गुजर रही हैं। उनकी दिशा अब वैश्विक आर्थिक डेटा, अमेरिकी डॉलर की चाल और केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियों पर काफी हद तक निर्भर करेगी।
MCX पर फ्यूचर भाव भी जोरदार बढ़ा है। घरेलू बाजार में भी सोने की हाजिर कीमतों में आज पिछले पांच कारोबारी सत्रों में यह चौथी बढ़त है, जो त्योहारी सीजन की मजबूत शुरुआत का संकेत है।
वैश्विक भू-राजनीतिक हालात और आर्थिक उथल-पुथल के बीच दोनों बहुमूल्य धातुओं की कीमतें लगातार आसमान छूती चली गई हैं। निवेशक काफी सतर्कता के साथ निवेश कर रहे हैं।
लेटेस्ट न्यूज़