आज हम यहां उन 5 फ्लैक्सी कैप म्यूचुअल फंड्स के बारे में जानेंगे, जिन्होंने पिछले 5 साल में शानदार रिटर्न दिया है। इन फ्लैक्सी कैप म्यूचुअल फंड्स ने अपने निवेशकों को इस दौरान 34 प्रतिशत तक का बंपर रिटर्न दिया है।
जो निवेशक लंबे समय से एसआईपी में निवेश कर रहे हैं, उनके पोर्टफोलियो पर बहुत ज्यादा बुरा असर नहीं पड़ा है। आज हम आपको एक ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने सिर्फ 10,000 रुपये की एसआईपी को 25 साल में 5.31 करोड़ रुपये का फंड बना दिया।
फरवरी 2025 में लाल निशान में रहने वाले बाकी म्यूचुअल फंड्स ने निवेशकों को 0.15 प्रतिशत से लेकर 14.93 प्रतिशत तक का नेगेटिव रिटर्न दिया है। वहीं दूसरी ओर, फायदे में रहने वाले फंड्स ने फरवरी में अपने निवेशकों को 0.59 प्रतिशत से लेकर 27.41 प्रतिशत तक का पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले मिड कैप म्यूचुअल फंड्स की लिस्ट में क्वांट मिड कैप फंड पहले स्थान पर है। इस फंड के डायरेक्ट प्लान ने पिछले 5 साल में 29.52 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
जो निवेशक पिछले लंबे समय से एसआईपी में निवेश कर रहे हैं, उनके पोर्टफोलियो पर इसका बहुत खास असर नहीं पड़ा है। आज हम आपको एक ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने सिर्फ 10,000 रुपये की एसआईपी को 25 साल में 8.47 करोड़ रुपये का फंड बना दिया।
शेयर बाजार में पिछले कई महीनों से चल रही इस गिरावट की वजह से निवेशकों के स्टॉक पोर्टफोलियो के साथ-साथ उनका म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो भी नहस-नहस हो गया है। हालांकि, कुछ फंड्स ने इस ताबड़तोड़ गिरावट में भी निवेशकों के पोर्टफोलियो को काफी हद तक संभालकर रखे हुए हैं।
AMFI के डेटा के मुताबिक, पिछले एक साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स की लिस्ट में 5वें स्थान पर आईटीआई स्मॉल कैप फंड है। AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, इस फंड के डायरेक्ट प्लान ने पिछले 1 साल में निवेशकों को 16.13 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
आज हम यहां उन म्यूचुअल फंड स्कीम्स के बारे में जानेंगे, जिन्होंने पिछले 10 साल की अवधि में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। इंडिया टीवी पैसा ने आपके लिए AMFI के डेटा को खंगालकर सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली टॉप 5 स्कीम्स की डिटेल्स निकाली है।
पैसिव फंडों ने भी निवेशकों को आकर्षित किया है क्योंकि उनकी एक्सपेंस रेश्यो काफी कम होता है। साथ ही निवेशकों के लिए इसे समझना आसान होता है, जिससे वे रिटेल और अनुभवी दोनों निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाते हैं।
पिछले एक साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स की लिस्ट में 5वें स्थान पर आईटीआई स्मॉल कैप फंड है। AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, इस फंड के डायरेक्ट प्लान ने पिछले 1 साल में निवेशकों को 22.84 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए SIP एक बहुत ही आसान तरीका है। इसलिए SIP छोटे से बड़े निवेशकों के बीच तेजी से पॉपुलर हो गया है।
सेबी के नियम के अनुसार, स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड अपनी कुल फंड का कम से कम 65% स्मॉल-कैप कंपनियों में निवेश करते हैं। वहीं, लार्ज-कैप म्यूचुअल फंडों को अपनी कुल पूंजी का कम से कम 80% लार्ज-कैप शेयरों में निवेश करना होता है।
बाजार में जारी इस गिरावट की वजह से निवेशकों का म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो भी चौपट हो गया है। हालांकि, बाजार में चल रही इस विनाशकारी गिरावट में भी ऐसी कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स हैं, जिन्होंने निवेशकों के पोर्टफोलियो को संभाल कर रखा हुआ है।
2023 में 212 एनएफओ के जरिये 63,854 करोड़ रुपये और 2022 में 228 एनएफओ के जरिये 62,187 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। साल दर साल एनएफओ के प्रति निवेशकों का रुझान बढ़ता जा रहा है।
बंधन निफ्टी अल्फा लो वोलैटिलिटी 30 इंडेक्स फंड अधिक जोखिम वाले निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है, जो एक प्रभावशाली, मल्टी-फैक्टर रणनीति के साथ अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। यह उन लोगों के लिए है जो लॉन्गटर्म वेल्थ क्रिएशन, डायविर्सीफिकेशन और ग्रोथ क्षमता चाहते हैं।
ईएलएसएस यानी इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम है। ये फंड 3 साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आते हैं। इन्हें टैक्स सेवर फंड कहा जाता है क्योंकि इनमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स बचाया जा सकता है।
अगर आप 10,000 रुपये की एसआईपी करते हैं तो 10 साल में आपका कुल निवेश 12,00,000 रुपये हो जाएगा। अगर आपको हर साल औसतन 12 प्रतिशत का अनुमामित रिटर्न मिलता है तो आप 10,000 रुपये की एसआईपी से 10 साल में करीब 23.23 लाख रुपये का फंड तैयार कर सकते हैं।
आदित्य बिड़ला सन लाइफ पीएसयू इक्विटी फंड ने साल 2024 में -11.13 की XIRR के साथ नेगेटिव रिटर्न दिया है। अगर किसी निवेशक ने इस स्कीम में जनवरी 2024 से 10,000 रुपये की एसआईपी की होती तो साल के आखिर में उसके फंड की वैल्यू घटकर 1,02,955.77 रुपये हो जाती, जबकि उसने कुल 1,20,000 रुपये का निवेश किया था।
निफ्टी रूरल इंडेक्स का लक्ष्य निफ्टी 500 सूचकांक से शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करना है, जो ग्रामीण विषय का प्रतिनिधित्व करते हैं। पात्र बुनियादी उद्योगों के सबसे बड़े 75 शेयरों का चयन 6 महीने के औसत फ्री-फ्लोट बाजार पूंजीकरण के आधार पर किया जाता है।
स्टॉक मार्केट में गिरावट के इस दौर में भी ऐसी कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स हैं, जिन्होंने पिछले एक साल में ताबड़तोड़ रिटर्न दिया है। आज हम यहां उन ELSS म्यूचुअल फंड स्कीम्स के बारे में जानेंगे, जिन्होंने पिछले एक साल में निवेशकों को मालामाल कर दिया है।
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