भारत ने ईरान से कच्चे तेल का आयात घटाने का संकेत दिया है। बदले में वह सऊदी अरब और कुवैत से कच्चे तेल की खरीद बढ़ाएगा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी और घरेलू स्तर पर रुपए में भारी गिरावट की वजह से बुधवार को भारतीय शेयर बाजार पर एक बार फिर से दबाव देखने को मिला है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भारी गिरावट के साथ बंद हुए हैं, सेंसेक्स 272.93 प्वाइंट घटकर 35217.11 और निफ्टी 97.75 प्वाइंट की गिरावट के साथ 10671.40 पर बंद हुआ है
महंगे पेट्रोल-डीजल की मार झेल रहे भारत के लोगों के लिए एक बड़ी खबर ओपेके से आई है। वियना में शुक्रवार को आयोजित 14 ओपेक देशों की बैठक में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर सहमति बन गई है।
रान के पेट्रोलियम मंत्री तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की बैठक छोड़कर बाहर चले गए। दरअसल, सऊदी अरब ओपेक देशों से कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रहा है, जिसके चलते दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ गई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उठाव के बावजूद गुरुवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर से कटौती की है। गुरुवार को पेट्रोल की कीमतों में 11 पैसे से लेकर 16 पैसे प्रति लीटर तक की कटौती की गई है जबकि डीजल की कीमतों में 10 पैसे से लेकर 14 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई है। गुरुवार को हुई कटौती के बाद मुंबई में अब पेट्रोल का दाम 84 रुपए के नीचे और डीजल का दाम 72 रुपए के नीचे आ गया है
अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में भले ही सामान्य बरसात हुई हो लेकिन मानसून के रुकने की वजह से कुछेक राज्यों में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है जिस वजह से उन राज्यों में खरीफ की बुआई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3 दिन से किसी तरह की कटौती नहीं हुई है लेकिन संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इनके दाम और घट सकते हैं क्योंकि विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी कटौती हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी कच्चे तेल का भाव घटकर ढाई महीने के निचले स्तर तक आ गया है जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम करीब डेढ़ महीने के निचले स्तर पर है।
देश में खरीफ फसलों की खेती शुरुआत में पिछड़ने के बाद अब सामान्य होने लगी है। मानसून के आगे बढ़ने के साथ खरीफ फसलों की बुआई ने भी रफ्तार पकड़ ली है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक 15 जून तक देशभर में कुल 93.01 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की खेती हो चुकी है, पिछल साल इस दौरान 94.12 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी, सामान्य तौर पर इस दौरान औसतन 91.48 लाख हेक्टेयर में फसल लगती है
शुक्रवार को हुई कटौती के बाद दिल्ली में अब पेट्रोल का दाम 20 मई के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया है और 29 मई को छुए रिकॉर्ड स्तर से 2.08 रुपए सस्ता हो गया है। हालांकि तेल कंपनियों की तरफ से शुक्रवार को डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है
केंद्र सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए वनस्पति तेल और तिलहन पर स्टॉक लिमिट खत्म कर दी है जिससे खाने के तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। स्टॉक लिमिट खत्म होने के बाद अब व्यापारी अपनी मर्जी के मुताबिक तेल और तिलहन का स्टॉक रख सकेंगे और ज्यादा स्टॉक रखने पर उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी
तेल उत्पादक देशों के गुट ओपेक द्वारा कच्चे तेल की कीमतों के साथ खिलवाड़ के बीच भारत ने तेल आयातकों का क्लब बनाने की संभावना के बारे में चीन के साथ चर्चा की है।
लगातार 14 दिन तक दाम घटाने के बाद आज बुधवार को तेल कंपनियों की तरफ से पेट्रोल और डीजल के भाव में किसी तरह की कटौती नहीं की गई है। देशभर में पेट्रोल और डीजल का भाव मंगलवार वाले स्तर पर ही है
दिल्ली सरकार ने शनिवार को विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए राज्य विधानसभा को सूचित किया कि राष्ट्रीय राजधानी की सरकार ने जनवरी 2016 से पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर(वैट) नहीं बढ़ाए हैं।
पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छूने के बीच उद्योग मंडल एसोचैम का कहना है कि आम आदमी से जुड़ी इस समस्या से निपटने के लिए तेल पर लागू करों में कटौती करना ही सबसे अच्छा उपाय है।
16 दिन तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एकतरफा तेजी के बाद आज बुधवार को पहली बार कटौती हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के बाद तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाई हैं। हालांकि लगातार 16 दिन तक दाम जिस तरह से बढ़े हैं उसके सामने आज हुई कटौती नाम मात्र है। आज देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 60 पैसे और डीजल 56 पैसे सस्ता हुआ है।
ट्रोल-डीजल की मार्केट के जानकारों के मुताबिक हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में जिस तरह से गिरावट आई है और रुपए में जो रिकवरी देखने को मिल रही है, उसे देखते हुए लग रहा है कि इस हफ्ते पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3-5 प्रतिशत तक यानि 2-3 रुपए प्रति लीटर की कटौती हो सकती है
पेट्रोल और डीजल की ज्यादा कीमतों को लेकर देशभर में हो रही सरकार की निंदा के बाद बुधवार को सरकार की तरफ से कहा गया कि इसको लेकर दीर्घकालीन समाधान तलाशा जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी आज गुरुवार को फिर से कीमतों में बढ़ोतरी कर दी गई है। देश के ज्यादातर बड़े शहरों में पेट्रोल का भाव 80 रुपए प्रति लीटर और डीजल का भाव 70 रुपए प्रति लीटर के ऊपर है
पेट्रोल और डीजल के दाम आम आदमी की पहुंच से लगभग दूर हो चुके हैं, मंगलवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में तो डीजल का भाव 74 रुपए प्रति लीटर हो गया है जो देश की सभी राज्यों की राजधानियों में अबतक का सबसे अधिक भाव है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर लगातार दूसरे दिन ग्राहकों की जेब पर मार पड़ी है, करीब 3 हफ्ते बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार बढ़ोतरी के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की तरफ से आज मंगलवार को भी दाम बढ़ा दिए गए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 56 महीने की नई ऊंचाई और डीजल का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है
मंगलवार को आने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों से पहले आज शेयर बाजार में बढ़त देखी जा रही है।फिलहाल सेंसेक्स 28.42 प्वाइंट की बढ़त के साथ 35564.21 और निफ्टी 8.15 प्वाइंट की बढ़त के साथ 10814.65 पर ट्रेड हो रहा है
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